चंडीगढ़ में महिला के मोबाइल फोन पर मैसेज आया कट गए 8 लाख।
चंडीगढ़ में साइबर ठगी का एक नया तरीका सामने आया है, जिसमें न तो कोई लिंक क्लिक किया गया, न स्कैनर भेजा गया और न ही खाता नंबर दिया गया, फिर भी बैंक अकाउंट से 8 लाख की निकासी कर ली गई। चंडीगढ़ साइबर पुलिस को भी यह घटना बेहद चौकाने वाली लगी है, जिसके बा
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चंडीगढ़ के सेक्टर 39 की निवासी शुक्ला महाजन ने सेक्टर 17 स्थित साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दी है कि उन्हें एक मैसेज प्राप्त हुआ, जिसमें यह लिखा था कि उनके बैंक खाते से 2 लाख की निकासी हो गई है। पहले तो उन्हें लगा कि यह कोई गलती है, इसलिए उन्होंने मैसेज को नजरअंदाज कर दिया और यह बात अपने पति को बताई। उसके बाद, उनका पति बैंक में गया, और उनके मोबाइल फोन पर दो और ओटीपी प्राप्त हुए, जिनमें 2-2 लाख की और ट्रांजैक्शन हो चुकी थी।
जब वे बैंक पहुंचे, तो एक और ओटीपी प्राप्त हुआ, जिसमें 2 लाख और निकाले गए थे। इस प्रकार, उनकी फिक्स्ड डिपॉजिट से, जो वर्ष 2026 में परिपक्व होनी थी, कुल 8 लाख की धोखाधड़ी कर निकासी कर ली गई थी।
बिना लिंक क्लिक किए कैसे कटे पैसे?
साइबर पुलिस भी इसे लेकर जांच कर रही है, क्योंकि अब तक जितने भी मामले साइबर ठगी के सामने आए हैं, उनमें या तो साइबर ठग द्वारा भेजा गया लिंक ओपन करते ही या फिर क्यूआर कोड भेजने के बाद या खाता या आधार कार्ड की जानकारी देने पर पैसे ट्रांसफर कर लिए जाते थे। लेकिन इस केस में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, जिससे पुलिस खुद हैरान है। पुलिस ने शिकायतकर्ता से कई बार पूछा कि क्या किसी ने लिंक भेजा था या खाता संबंधित जानकारी मांगी थी, लेकिन शिकायतकर्ता ने इसे नकारा कर दिया। अब आरोपियों को पकड़ने के बाद ही यह खुलासा होगा कि आखिरकार ठगी कैसे हुई।