Celebrity Manager Working Process Explained; Priyanka Chopra | Shah Rukh Khan | एक्टर्स की फीस, शेड्यूलिंग और लीगल काम देखने वाले सेलिब्रिटी-मैनेजर: शाहरुख बिना इनकी राय लिए फिल्में-ब्रांड साइन नहीं करते; प्रियंका चोपड़ा की टीम सबसे बड़ी

मुंबई8 मिनट पहलेलेखक: किरण जैन और अभिनव त्रिपाठी

  • कॉपी लिंक
इस बार रील टु रियल में हम सेलिब्रिटी मैनेजर जिन्हें टैलेंट मैनेजर भी कहते हैं, उनके वर्किंग प्रोसेस को समझेंगे। - Dainik Bhaskar

इस बार रील टु रियल में हम सेलिब्रिटी मैनेजर जिन्हें टैलेंट मैनेजर भी कहते हैं, उनके वर्किंग प्रोसेस को समझेंगे।

जब भी कोई एक्टर इंडस्ट्री में आता है तो उसे अपनी पहचान बनाने के लिए एक व्यक्ति की जरूरत होती है। वो व्यक्ति एक्टर और इंडस्ट्री के बाकी लोगों के बीच एक कड़ी का काम करता है। इस व्यक्ति को सेलिब्रिटी मैनेजर या टैलेंट मैनेजर कहते हैं।

एक एक्टर की लाइफ में काफी हैपनिंग्स होती हैं। उनकी शेड्यूलिंग, उनका पब्लिक अपीयरेंस, फिल्म चुनना और ब्रांड एडवर्टाइजमेंट, यह सारी चीजें एक सेलिब्रिटी मैनेजर ही डिसाइड करता है। शाहरुख खान इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं। वे बिना अपनी मैनेजर से राय लिए कोई भी ब्रांड या फिल्में साइन नहीं करते।

इस बार के रील टु रियल में हम सेलिब्रिटी मैनेजर जिन्हें टैलेंट मैनेजर भी कहते हैं, उनके वर्किंग प्रोसेस को समझेंगे। एक्टर्स किसी मैनेजमेंट एजेंसी के तहत अपने लिए सेलिब्रिटी या टैलेंट मैनेजर हायर करते हैं।

हमने दिवंगत एक्टर इरफान खान की मैनेजर रहीं मनप्रीत बच्छर, आयुष्मान खुराना और विजय वर्मा जैसे टैलेंटेड एक्टर्स को मैनेज कर चुकीं रानी मोल से बात की है।

एक्टर्स को बड़े जगह काम दिलाने की जिम्मेदारी मैनेजर के ऊपर होती है
आपने अक्सर शाहरुख खान के साथ एक महिला को देखा होगा। उनका नाम है पूजा डडलानी। वो पिछले कई साल से शाहरुख खान की मैनेजर हैं। वो हर वक्त साए की तरह शाहरुख के साथ रहती हैं। शाहरुख अपने सारे फैसले उनसे पूछे बिना नहीं लेते, लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि सारे एक्टर्स अपने साथ इंडिपेंडेंट या सोलो मैनेजर नहीं रखते। वो अलग-अलग एजेंसी से मैनेजर हायर करते हैं, जो उनके लिए एक तय समय तक काम करता है। इन्हें टैलेंट मैनेजर कहते हैं।

शाहरुख के बगल में उनकी मैनेजर पूजा डडलानी। शाहरुख के बेटे आर्यन जब ड्रग्स केस में पकड़े गए थे तो पूजा ने ही इस मामले में शुरुआत से लेकर अंत तक मोर्चा संभाला था।

शाहरुख के बगल में उनकी मैनेजर पूजा डडलानी। शाहरुख के बेटे आर्यन जब ड्रग्स केस में पकड़े गए थे तो पूजा ने ही इस मामले में शुरुआत से लेकर अंत तक मोर्चा संभाला था।

टैलेंट मैनेजर का काम होता है एक्टर के लिए काम ढूंढना, उनकी ब्रांन्डिंग करना और उन्हें बड़े-बड़े स्टूडियोज के लिए ऑडिशन दिलवाना। हो सकता है कि एक टैलेंट मैनेजर के पास एक टाइम पर एक से ज्यादा एक्टर्स को मैनेज करने की जिम्मेदारी हो, लेकिन सोलो मैनेजर्स के साथ ऐसा नहीं होता। वो एक टाइम पर सिर्फ एक ही एक्टर के साथ काम करते हैं। वो किसी एजेंसी से नहीं जुड़े होते।

  • देश में कई टैलेंट मैनेजमेंट कंपनियां हैं, जो नए और लीडिंग स्टार्स को मैनेज करने का काम करती हैं। इसमें से एक है, कलेक्टिव आर्टिस्ट नेटवर्क। दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह, ऋतिक रोशन और श्रद्धा कपूर जैसे बड़े स्टार्स इससे जुड़े हैं।
  • इसके अलावा यशराज टैलेंट मैनेजमेंट से वाणी कपूर, आयुष्मान खुराना, शरवरी वाघ और सोनम कपूर जैसे बड़े स्टार्स जुड़े हैं।
  • मेट्रिक्स आईईसी प्राइवेट लिमिटेड नाम की टैलेंट कंपनी के साथ आलिया भट्ट, कटरीना कैफ, माधुरी दीक्षित और अभिषेक बच्चन जैसे आर्टिस्ट जुड़े हैं।
  • धर्मा कॉर्नरस्टोन एजेंसी (करण जौहर की कंपनी) के साथ विराट कोहली, पीवी सिंधु, तमन्ना भाटिया, सारा अली खान, जान्हवी कपूर, विजय देवरकोंडा और अनन्या पांडे का करार है।

मैनेजर्स ही एक्टर्स को ऑडिशन तक पहुंचाते हैं
एक्टर्स टैलेंट मैनेजर से संपर्क करते हैं। ये टैलेंट मैनेजर उन्हें अलग-अलग जगहों पर हो रहे ऑडिशन का पता बताते हैं। एक्टर्स उस जगह पर जाकर ऑडिशन देते हैं, अगर सिलेक्ट हो गए तो टैलेंट मैनेजर ऑडिशन ले रही प्रोडक्शन हाउस से बातचीत शुरू करते हैं। अब उस बातचीत का एजेंडा क्या होता है, हम बताते हैं..

  • फीस- टैलेंट मैनेजर प्रोडक्शन हाउस से एक्टर्स की फीस पर बात करते हैं। अगर फीस कम मिल रही है तो मैनेजर उसे लेकर मोलभाव यानी नेगोशिएशन भी करते हैं। उन्हें एक्टर की तरफ से पहले ही बता दिया जाता है कि वो उस पर्टिकुलर प्रोजेक्ट के लिए कितने रुपए फीस चाहते हैं।
  • शेड्यूल- प्रोजेक्ट के लिए एक्टर कितने दिन उपलब्ध रहेंगे, इस पर भी बात होती है। मैनेजर आर्टिस्ट का पूरा शेड्यूल नोट करके अपने पास रखता है। उसे जानकारी होती है कि एक्टर किस डेट को खाली है और किस डेट को किसी अन्य प्रोजेक्ट पर बिजी है। इसी हिसाब से वो सामने वाले को डेट्स देता है।
  • लीगल फॉर्मेलिटीज- प्रोजेक्ट साइन करने से पहले कुछ कानूनी कार्रवाई भी होती है। एक्टर को प्रोजेक्ट साइन करने से पहले कुछ पेपर्स पर साइन करने पड़ते हैं। यह सारी कागजी कार्रवाई पूरा कराने का जिम्मा सेलिब्रिटी मैनेजर उठाते हैं। एक मैनेजर के लिए यह सबसे अहम काम होता है। सेलिब्रिटी मैनेजर रानी मोल ने कहा, ‘कभी-कभार प्रोड्यूसर्स एग्रीमेंट पेपर्स में बेवजह की डिमांड लिख देते हैं, अगर एक्टर ने उस पर साइन कर दिए तो उसे प्रोड्यूसर्स की वैधानिक और अवैधानिक सारी बातें माननी पड़ती हैं, ऐसे में यहां सेलिब्रिटी मैनेजर का रोल बहुत हद तक बढ़ जाता है। उन्हें पेपर्स ध्यान से पढ़ने पड़ते हैं, जरूरत पड़ने पर लीगल एडवाइजर से भी सलाह लेनी पड़ती है।’

एक्टर्स से कहीं ज्यादा बिजी लाइफ जीते हैं उनके मैनजर्स
रानी ने कहा कि सेलिब्रिटी मैनेजर की लाइफ बाहर से ग्लैमरस दिखती है, लेकिन असल में होती नहीं है। स्टार्स जितने बिजी होते हैं, उनके मैनेजर उससे भी ज्यादा बिजी रहते हैं। उन्हें हमेशा स्टार्स के साथ एक जगह से दूसरी जगह ट्रैवल करना पड़ता है। यह एक तरह से रात-दिन वाली नौकरी होती है। कभी-कभार तो ये लोग इस नौकरी को छोड़कर हेयर स्टाइलिस्ट या मेकअप आर्टिस्ट बन जाते हैं।

हॉलीवुड में मैनेजर से ज्यादा एजेंट की भूमिका होती है
हॉलीवुड में मैनेजर से ज्यादा एजेंट की भूमिका होती है। ये एजेंट्स प्रोड्यूसर्स, बिग स्टूडियोज और एक्टर्स से जुड़े होते हैं। अगर हॉलीवुड में काम करना है, तो इन एजेंट्स से संपर्क जरूर करना पड़ेगा। काम दिलाने में इनकी सबसे बड़ी भूमिका होती है।

बॉलीवुड से हॉलीवुड जाने वाले इरफान खान, प्रियंका चोपड़ा, दीपिका पादुकोण, ऐश्वर्या राय बच्चन और अली फजल जैसे कई एक्टर इन एजेंट्स के जरिए ही वहां की फिल्में कर पाए। ये एजेंट ही एक्टर्स को स्टूडियो तक पहुंचाते हैं, जहां उनका ऑडिशन होता है। यहां तक कि हॉलीवुड के बड़े एक्टर्स को भी इस प्रोसेस से गुजरना पड़ता है।

बिना एजेंट से संपर्क किए नहीं मिलता काम
मनप्रीत ने कहा, ‘यहां (इंडिया) के एक्टर्स जब हॉलीवुड जाते हैं, तो उन्हें सबसे पहले एजेंट ढूंढना पड़ता है। वहां पर कुछ दिन गुजारने पड़ते हैं। फिर उनका ऑडिशन होता है।

मनप्रीत कई साल तक दिवंगत एक्टर इरफान खान की मैनेजर रहीं। अब वो उनके बेटे बाबिल खान का मैनेजमेंट देखती हैं। मनप्रीत ने कहा कि सिर्फ मैनेजर्स ही आर्टिस्ट को काम नहीं दिलवाते बल्कि कभी-कभी बड़े एक्टर के साथ काम करने की वजह से मैनेजर्स को भी काफी फायदा होता है।

उन्होंने कहा, ‘इरफान सर के साथ काम करने की वजह से मेरे काफी कॉन्टैक्ट्स बने। मैं उनके साथ पब्लिक इवेंट में जाती थी तो लोगों से जान-पहचान होती थी। यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि उनके ओहदे की वजह से मेरा भी काफी बेनिफिट हुआ है।’

विजय वर्मा को मार्केट में हाइप किया, आज उन्हें इसका फायदा मिला
मनप्रीत ने एक वक्त पर विजय वर्मा को भी मैनेज किया। विजय वर्मा को एक एस्टैब्लिश एक्टर बनाने में इनका बड़ा रोल है। उन्होंने कहा, ‘विजय के अंदर एक स्पार्क था, लेकिन उन्हें प्लेटफॉर्म नहीं मिल रहा था। मैंने उनके लिए मौके बनाए। हाइप करके उनकी इमेज को मार्केट में बेचा। आज देखिए, उनकी गिनती टॉप एक्टर्स में हो रही है।’

विजय वर्मा डार्लिंग्स, मर्डर मुबारक, गली बॉय, लस्ट स्टोरीज-2 और मिर्जापुर जैसे कई वेब शोज और फिल्मों में दिख चुके हैं।

विजय वर्मा डार्लिंग्स, मर्डर मुबारक, गली बॉय, लस्ट स्टोरीज-2 और मिर्जापुर जैसे कई वेब शोज और फिल्मों में दिख चुके हैं।

***

रील टु रियल की ये स्टोरीज भी पढ़ें..

सेलिब्रिटीज के लिए ढाल का काम करते हैं यूसुफ इब्राहिम: एजेंसी खोलते ही शाहरुख पहले क्लाइंट बने
कैसे बनते हैं एक्टर्स के नकली बाल-दाढ़ी?:तिरुपति से ₹1.5 लाख प्रति किलो मंगाए जाते हैं बाल

क्या बॉडी डबल की जगह लेगा डिजिटल डबल: डायरेक्टर कुर्सी पर बैठेगा, सारा काम AI करेगी

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *