प्रेम संबंध का बदला लेने के लिए महाराष्ट्र पुलिस के कांस्टेबल ने रची पूरी साजिश।
पत्नी के प्रेमी से बदला लेने के चक्कर में एक पुलिस कांस्टेबल पति अपने ही बिछाए जाल में फंस गया। उसने पत्नी के प्रेमी की स्कूटी में दो जिंदा कारतूस रखवा दिए। इतना ही नहीं, पुलिस कंट्रोल रूम को इस बारे में सूचना भी दी, ताकि प्रेमी के खिलाफ झूठा मामला द
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स्कूटी से मिले थे 2 जिंदा कारतूस बीते 9 दिसंबर को उमरा पुलिस को सूचना मिली थी कि घोड़दौड़ रोड पर बेस पार्किंग में एक एक्टिवा स्कूटी की डिक्की में संदिग्ध वस्तु है। डिक्की खोलने पर SLR राइफल के दो जिंदा कारतूस बरामद हुए। स्कूटी के मालिक से पूछताछ में उसने कारतूसों के बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही।
इसके बाद उमरा पुलिस स्टेशन में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। इस मामले में उमरा पुलिस जांच कर रही थी। तब खुलासे हुए पत्नी और बैंक में काम करने वाले सीनियर मैनेजर के बीच के प्रेम संबंध का बदला लेने के लिए महाराष्ट्र पुलिस के कांस्टेबल ने ही यह पूरी साजिश रची थी।
आरोपी कांस्टेबल ने कहा कि पत्नी के प्रेम संबंध की वजह से उसका जीवन डिस्टर्ब हो गया था।
कांस्टेबल ने ट्रेनिंग के दौरान चोरी की थी कारसूत डीसीपी विजय सिंह गुर्जर ने बताया कि शिकायतकर्ता बैंक में सीनियर मैनेजर है, जबकि महिला सहकर्मी असिस्टेंट मैनेजर है। दोनों के बीच प्रेम संबंध था और दोनों अपने-अपने पति-पत्नी से तलाक लेना चाहते थे। इसके लिए कानूनी प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी। हालांकि, इसी बीच महिला और उसके कांस्टेबल पति के बीच समझौता हो गया था।
इसलिए उनका तलाक नहीं हुआ था। लेकिन, कांस्टेबल पत्नी के प्रेमी को फंसाना चाहता था। इसलिए उसने अपनी ट्रेनिंग के दौरान फायरिंग के लिए मिली कारसूतों में से दो को अपने पास रख लिया था। इसके बाद कांस्टेबल ने अपने एक साथी क मदद से कारतूस पत्नी के प्रेमी की स्कूटी में रखवा दिए थे।
सह आरोपी फरार, पुलिस की टीम नागपुर रवाना उमरा पुलिस के पुलिस इंस्पेक्टर के.वी. पटेल और उनकी टीम ने तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपी अश्विन चांदे को पकड़ने के लिए कार्रवाई की। सख्त पूछताछ में उसने इस साजिश को कबूल कर लिया। उसने योजना बनाई थी कि शिकायतकर्ता को आर्म्स एक्ट के तहत मामले में फंसा दिया जाए।
सह आरोपी सोहेल खान फिलहाल नागपुर भाग गया है। पुलिस की टीम उसकी गिरफ्तारी के लिए नागपुर रवाना हो गई है। इस मामले से पुलिस के लिए स्पष्ट हो गया है कि अपना अपराध छिपाने के लिए कोई कानून का कितना दुरुपयोग कर सकता है। उमरा पुलिस फिलहाल इस साजिश की आगे जांच कर रही है।