3 से 5 साल की जेल और 5 लाख का जुर्माना होने की दी थी धमकी।
मुंबई के अंधेरी वेस्ट क्राइम ब्रांच के फर्जी पीएसआई प्रदीप सावंत बनकर ठगों ने सूरत के 65 वर्षीय व्यापारी से 64 लाख रुपए ठग लिए। ठगों ने व्यापारी को मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी और कहा कि उनके आधार कार्ड से खोले गए बैंक खाते में 6.
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3 से 5 साल की जेल की दी थी धमकी व्यापारी 19 अक्टूबर से 3 दिसंबर तक अमेरिका में थे। 3 दिसंबर को उन्हें व्हाट्सएप पर ‘TRAI’ से फोन आया, जिसमें बताया गया कि उनके आधार कार्ड से खरीदा गया सिम कार्ड मुंबई के अंधेरी वेस्ट पुलिस थाने में दर्ज केस से जुड़ा हुआ है। इसके बाद ठगों ने मुंबई पुलिस का फर्जी लोगो दिखाया और खुद को पीएसआई प्रदीप सावंत बताया।
व्यापारी से आधार कार्ड की कॉपी मंगवाई गई। फिर फर्जी सीबीआई अधिकारी राजेश मिश्रा से बात कराई, जिसने व्यापारी को गिरफ्तारी वारंट की कॉपी भेजी और कहा कि 4 दिसंबर को उनकी गिरफ्तारी होगी। व्यापारी से कहा कि अगर उन्होंने किसी को मामले के बारे में बताया तो उन्हें 3 से 5 साल की जेल और 5 लाख का जुर्माना होगा। ठगों ने व्यापारी की संपत्ति, बैंक खाते और बिजनेस डिटेल्स मांगी और कहा कि 80 लाख जमा नहीं किए, तो उनकी पूरी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी।
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डरे व्यापारी ने 19 दिन तक लगातार सुबह-शाम अपना अपडेट दिया डरे हुए व्यापारी ने 19 दिनों तक रोज़ सुबह-शाम अपडेट देना शुरू किया। ठगों ने कई किश्तों में 64 लाख ऐंठ लिए। इसके बाद ठगों ने कहा कि इस केस में एक महिला के पति ने आत्महत्या कर ली है और उसके साथ 1.78 करोड़ रुपए की ठगी हुई थी। व्यापारी को धमकाया गया कि अगर उन्होंने यह रकम वापस नहीं की, तो उन्हें कोई एनओसी नहीं मिलेगी।
ठगों ने व्यापारी से सीबीआई के फर्जी ऑफिसर राजेश मिश्रा की बात करवाई और कहा कि उनकी सिफारिश पर व्यापारी को 40 लाख रुपए की राहत दी जा रही है। लेकिन बाद में कहा गया कि 50 लाख जमा करने होंगे, नहीं तो गिरफ्तारी होगी। इस डर से व्यापारी ने 62 लाख रुपए ठगों को दे दिए और 2 लाख रुपए जमानत के नाम पर दे दिए। जब ठगों ने 1.78 करोड़ रुपए की मांग की, तो व्यापारी को शक हुआ और उन्होंने साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने जांच कर ठगी करने वाले 6 लोगों पर केस दर्ज किया। साइबर क्राइम पुलिस ने एक आरोपी को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया है।