कुछ ही क्षण पहलेलेखक: वीरेंद्र मिश्र
- कॉपी लिंक
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/21/naomi_1716296964.gif)
ब्रिटिश सुपरमॉडल, एक्ट्रेस, सिंगर और बिजनेसवुमन नाओमी कैम्पबेल आज अपना 54वां जन्मदिन मना रहीं हैं। 22 मई 1970 को लंदन के स्ट्रिथम में जन्मी नाओमी आज एक बड़ी मुकाम पर हैं। लेकिन एक अश्वेत महिला का यहां तक पहुंचने का सफर इतना आसान नहीं था।
अश्वेत होने के चलते उन्हें कई फैशन ब्रांड से भेदभाव का सामना करना पड़ा था। 1987 में मशहूर डिजाइनर यवेस सेंट लॉरेंस ने वॉग मैगजीन को धमकी दी कि अगर नाओमी को कवर पेज पर जगह नहीं मिलती हैं तो वो अपने सारे ऐड मैगजीन से वापस ले लेगें। उसके बाद नाओमी पहली अश्वेत महिला बनीं, जिसे ब्रिटिश और फ्रैंच वॉग मैगजीन ने कवर पेज पर जगह दी।
ये किसी अश्वेत महिला के लिए बड़ी उपलब्धि से कम नहीं था। नाओमी समाज सेवा के कार्यों से भी जुड़ी रहती हैं। वे नेल्सन मंडेला चिल्ड्रेंस फंड के अलावा ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस कैम्पेन का भी हिस्सा रह चुकी हैं। रैंप पर अपने जलवों, आकर्षक नैन-नक्श और फिगर से लोगों को अट्रैक्ट करने वाली नाओमी अपने गुस्से के लिए भी बदनाम हैं। कहा जाता है कि नाओमी के गुस्से की वजह उनका संघर्ष भरा बचपन रहा है।
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/21/gif5_1716297753.gif)
बिना मां-बाप के प्यार के पली-बढ़ीं
नाओमी का जब जन्म हुआ तब उनकी मां वैलरी सिर्फ 19 साल की थीं। वैलरी जब प्रेग्नेंट हुईं, तभी नाओमी के पिता ने उन्हें छोड़ दिया था। नाओमी की परवरिश के लिए वैलेरी डांस शोज करती थीं। काम की वजह से वैलरी अक्सर नाओमी को किसी जान-पहचान वाले के यहां रख देती थीं। ऐसे में नाओमी का बचपन मां-बाप के प्यार के बिना बीता। पैसा और शोहरत पाने के बावजूद नाओमी को आज भी यह टीस खलती है।
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/21/naomi-1_1716297458.jpg)
नहीं किया पिता के सरनेम का यूज
नाओमी के बर्थ सर्टिफिकेट पर मां वैलरी ने पिता का नाम नहीं लिखवाया गया था क्योंकि वो उनसे नफरत करती थीं। कुछ समय के बाद जब उनकी मां ने दूसरी शादी कर ली तब नाओमी ने अपने सौतेले पिता के सरनेम कैम्पबेल का यूज किया।
3 साल की उम्र से बैले डांस सीखना शुरू कर दिया
नाओमी ने 3 साल की उम्र से ही मां के नक्शेकदम पर चलते हुए बैले डांस सीखना शुरू कर दिया था। उसके बाद उन्होंने कई प्रोग्राम में भाग लिया। 8 साल की उम्र में उन्होंने अपना पहला म्यूजिक वीडियो ‘इज द लव’ शूट किया था।
पढ़ाई के दौरान 1986 में नाओमी की मुलाकात सिंक्रो मॉडल एजेंसी के प्रमुख बेथ बोल्ट से हुई। उन्होंने नाओमी को मॉडलिंग का ऑफर दिया। यह नाओमी के करियर का टर्निंग पॉइंट था। जहां वे डांस में करियर बनाने का सोच रहीं थीं, वहीं उनका करियर मॉडलिंग की दुनिया में बनने लगा।
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/21/gif8_1716297677.gif)
पहली अश्वेत मॉडल जिन्हें ब्रिटिश मैगजीन के कवर पर जगह मिली
नाओमी का नाम 16 साल की उम्र में ही अच्छी मॉडल्स की लिस्ट में शामिल हो गया था। वे पहली अश्वेत मॉडल थीं जिन्हें ब्रिटिश मैगजीन के कवर पर जगह मिलने लगी थी। डिजाइनर्स रैंप पर अपनी ड्रेस रिप्रजेंट करने के लिए नाओमी को लेना चाहते थे। देखते ही देखते नाओमी दुनिया में एक बेहतरीन मॉडल के रूप में अपनी पहचान बना चुकी थीं। 80 के दशक में नाओमी सबसे महंगी मॉडल्स में से एक थीं।
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/21/gif6_1716297839.gif)
वॉग मैगजीन के कवर पर मिली जगह
अश्वेत होने के चलते नाओमी को भेदभाव का सामना भी सामना करना पड़ा। वॉग मैगजीन ने अपने कवर पेज पर नाओमी को जगह देने से मना कर दिया था। 1987 में मशहूर डिजाइनर यवेस सेंट लॉरेंस ने वॉग मैगजीन को धमकी दी कि अगर नाओमी को कवर पेज पर जगह नहीं मिलती हैं तो वे अपने सारे ऐड मैगजीन से वापस ले लेगें। उसके बाद नाओमी पहली अश्वेत महिला बनीं, जिसे ब्रिटिश और फ्रैंच वॉग मैगजीन ने कवर पेज पर जगह दी।
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/22/naomi3-11716312272_1716319866.jpg)
सामाजिक कार्यों से भी जुड़ी रहीं हैं
नाओमी कैम्पबेल सेवा के कामों से भी जुड़ी रहती हैं। उन्होंने वी लव ब्राजील नाम का चैरिटी फंड स्थापित किया है। वे नेल्सन मंडेला चिल्ड्रेंस फंड के अलावा ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस कैम्पेन का भी हिस्सा रह चुकी हैं। नाओमी ने 2008 मुंबई आतंकी हमले के बाद 41 करोड़ रुपए दान दिए थे।
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/21/gif4_1716297799.gif)
नशा मुक्ति केंद्र जा चुकी हैं
1999 में नाओमी नशा मुक्ति केंद्र जा चुकी हैं। इस बात का खुलासा खुद नाओमी ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था। नाओमी ने कहा था- मैं कोकीन और शराब की लत की वजह से रिहैब (नशा मुक्ति केंद्र) जा चुकी हूं। मैं अपनी जिंदगी अपनी मर्जी से जी रही थी, दुनिया घूम रही थी। इसी दौरान ये आदत भी लगी। वैसे ये आदत बुरी है।
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/21/gif7_1716297700.gif)
अपने गुस्से के लिए भी बदनाम रहीं
नाओमी अपने गुस्से के लिए भी बदनाम हैं। कहा जाता है कि नाओमी के गुस्से की वजह उनका संघर्ष भरा बचपन रहा है। पैसा और शोहरत पाने के बावजूद नाओमी को आज भी यह टीस खलती है कि बचपन में मां-बाप का प्यार नहीं मिला। गुस्सा आने पर कभी उन्होंने नौकरानी को फोन फेंककर मारा तो कभी बीच में ही इंटरव्यू छोड़कर निकल गईं।
दरअसल, ‘एबीसी न्यूज’ के एक इंटरव्यू के दौरान नाओमी को इतना गुस्सा आया कि वे उसे बीच में ही छोड़कर चली गईं। दरवाजे के पास एक कैमरा रखा था। गुस्से में उन्होंने कैमरे को भी धकेल दिया था।
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/22/n1716312875_1716319879.jpg)
एंगर मैनेजमेंट की क्लास लेने का आदेश दिया गया
2000 में नाओमी कैम्पबेल अपनी पूर्व सहयोगी के सिर पर फोन से हमला करने और उसे चलती कार से फेंकने की धमकी देने की दोषी पाई गईं। 2006 में उन्हें किसी बात पर इतना गुस्सा आया कि हाउसकीपर को अपना ब्लैकबेरी फोन फेंक कर मार दिया।
इसके ठीक एक साल बाद 2007 में नाओमी पर ब्रिटिश एयरवेज की फ्लाइट में पुलिस अधिकारी पर थूकने और उन्हें धक्का देने का आरोप लगा। इसके बाद उन्हें एंगर मैनेजमेंट की क्लास लेने का आदेश दिया गया।