Boat capsizes in Gorakhpur, 8 people drown, 7 survive | गोरखपुर में नाव पलटी, डूबने लगे 8 लोग, 7 बचे: किशोर लापता, रोते हुए पिता बोले- नदी में बेटे का हाथ छूट गया, क्रिकेटर बनने गया था गुजरात – Gorakhpur News

गोरखपुर जिले के झंगहा थाना क्षेत्र के गोर्रा नदी के करही घाट पर शनिवार को बड़ा हादसा हो गया। आठ लोगों को लेकर जा रही नाव नदी में पलट गई। इस दौरान ग्रामीणों ने सात लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। वहीं हादसे में एक किशोर लापता हो गया। किशोर को ढूंढन

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कृष्ण चतुर्वेदी की तलाश कर रही एसडीआरएफ टीम

कृष्ण चतुर्वेदी की तलाश कर रही एसडीआरएफ टीम

किशोर की पहचान झंगहा इलाके के जोगिया निवासी मदनेश चतुर्वेदी के बेटे कृष्ण चतुर्वेदी (15) के रूप में हुई है। मदनेश के साथ इकलौता बेटा कृष्ण अपने और भतीजा नाव से डीहघाट की ओर जा रहे था। तभी रास्ते में नाव पलट गई। इस घटना के बाद पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।

नदी किनारे बैठकर परिवार के सदस्य चीख-चीखकर रो रहे हैं। पिता बार-बार बोल रहे थे कि बेटे का हाथ पकड़ा था। लेकिन अचानक झटका लगा और न जाने कब बेटे का हाथ छूट गया। भतीजे को बचा लिया, बेटा लापता हो गया। यह कहकर वह रोने लग रहे हैं।

उन्होंने बताया- बेटा गुजरात के वड़ोदरा में रहकर पढ़ाई के साथ क्रिकेट की प्रैक्टिस करता है। उसका सपना था कि एक दिन क्रिकेटर बने। इधर दीपावली पर्व में वह घर आया था।

सीओ चौरीचौरा अनुराग सिंह ने बताया- लोकल लोगों ने बताया है कि नाव की कंडिशन खराब थी। नाविक भी नशे में था। इसकी जांच कराई जाएगी। लापता किशोर की तलाश में टीमें लगाई गई हैं।

अब जाने पूरी घटना

घाट के पास बैठकर रोते कृष्ण के पिता

घाट के पास बैठकर रोते कृष्ण के पिता

झंगहा थाना क्षेत्र के गोर्रा नदी स्थित करही घाट पर शनिवार सुबह करीब 11 बजे यात्रियों से भरी एक नाव पलट गई। इस हादसे में झंगहा के जोगिया गांव निवासी 17 वर्षीय कृष्ण चतुर्वेदी डूब गए। वह अपने पिता के साथ जा रहे थे। जानकारी के अनुसार, नाव में जोगिया, बसुही और राजधानी गांव के लगभग आठ लोग सवार थे। जो करही, बरही और डीहघाट की ओर जा रहे थे। नदी पार करते समय जब यात्री नीचे उतर रहे थे। तभी नाव चालक ने अचानक इंजन चालू कर दिया। इससे नाव एक ठोकर से टकरा गई, जिससे उसका एक हिस्सा टूट गया और उसमें पानी भरने लगा। हादसा होते ही नाव पर सवार लोगों में अफरा-तफरी मच गई। कई लोगों ने कूदकर अपनी जान बचाई। जबकि बसुही गांव निवासी विशाल ने कुछ अन्य लोगों को डूबने से बचाया। हालांकि, कृष्ण कुमार चतुर्वेदी तेज धार में बह गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, नाव पर करीब पांच मोटरसाइकिलें भी थीं, जो नदी में डूब गईं और उनका अब तक पता नहीं चल सका है।

वड़ोदरा में पढ़ाई के साथ क्रिकेट का अभ्यास करता था

कृष्ण कुमार चतुर्वेदी वडोदरा में रहकर हायर सेकेंडरी की पढ़ाई कर रहे थे और क्रिकेट का अभ्यास भी करते थे। वह क्रिकेट अच्छा खेलता था, सभी लोग बोलते थे कि वह एक दिन क्रिकेटर बनेगा। पांच साल पहले उनकी बड़ी बहन सोनी की बीमारी से मौत हो गई थी। परिवार में कृष्णा ही एकमात्र संतान बचे थे। हादसे की खबर सुनकर गांव में शोक का माहौल है। प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमों ने कृष कुमार चतुर्वेदी का शव ढूंढने में लगी है। मृतक की मां सुमन का रो-रोकर बुरा हाल है।

एसडीआरएफ टीम तलाश में लगी

एसडीआरएफ टीम तलाश में लगी

पानी बढ़ा तो बंद हो गया पीपा पुल

ग्रामीणों ने बताया- राजधानी, जोगिया समेत कई गांव के लोग गोर्रा नदी पार करके ही कस्बे में जाते हैं। इसके लिए यहां पीपा पुल बनाया गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने पर पीपी पुल का रास्ता बंद कर दिया गया है। इसके बाद से यहां सरकारी नाव लगाई गई है। बताया ाजा रहा है कि नाव बेहद ही जर्जर हालत में थी इस वजह से यह हादसा हुआ है। नदी में किशोर को ढूंढने के लिए पुलिस व प्रशासन की टीम भी वहां पहुंच गई है।

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