गोंडा जिले में साइबर कवच अभियान के तहत लोगों को इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग और साइबर अपराध से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में साइबर एक्सपर्ट हरिओम टंडन ने हजारों छात्राओं को साइबर सुरक्ष
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सोशल मीडिया पर सावधानी जरूरी
कार्यक्रम के दौरान हरिओम टंडन ने बताया कि सोशल मीडिया का उपयोग करते समय लोग अक्सर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा कर देते हैं। यह साइबर अपराधियों के लिए मौका बन जाता है। उन्होंने छात्राओं से कहा, “अपनी व्यक्तिगत जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करने से बचें। साइबर फ्रॉड करने वाले आपकी जानकारी का गलत उपयोग कर सकते हैं।”
फर्जी लॉटरी कॉल से सावधान रहें
साइबर एक्सपर्ट ने फर्जी लॉटरी वाले कॉल्स को लेकर चेताया। उन्होंने बताया, “लोगों को फर्जी कॉल करके लॉटरी का झांसा दिया जाता है और फिर धोखाधड़ी की जाती है। किसी भी ऐसे कॉल पर भरोसा न करें, क्योंकि यह पूरी तरह से फ्रॉड होता है।”
डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई चीज नहीं
हरिओम टंडन ने छात्राओं को जागरूक करते हुए कहा कि कई बार लोगों को कॉल करके डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाया जाता है और पैसे मांगे जाते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि, “डिजिटल अरेस्ट नामक कोई कानून भारत या उत्तर प्रदेश सरकार में नहीं है। ऐसे कॉल्स पर तुरंत साइबर सेल या स्थानीय पुलिस को सूचित करें।”
टावर लगाने के नाम पर फ्रॉड
साइबर अपराधियों द्वारा टावर लगाने का झांसा देकर भी धोखाधड़ी की जाती है। “कोई भी कंपनी टावर लगाने के लिए कॉल नहीं करती, और इसके लिए पैसे देने की आवश्यकता नहीं होती। हरिओम टंडन ने छात्राओं से अपील की कि वे अपने आसपास के लोगों को भी साइबर अपराध से बचने के तरीके बताएं।