स्पोर्ट्स डेस्क55 मिनट पहले
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एशिया कप जीतने के बाद भी भारतीय टीम को बगैर ट्रॉफी के लौटना पड़ा था। टीम ने ट्रॉफी के बिना विक्ट्री सेलिब्रेट की थी।
एशिया कप जीतने के बाद भारत को भले ही ट्रॉफी नहीं मिली हो, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को इससे करीब 100 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। यह दावा TOI ने एक रिपोर्ट में किया है।
भारत ने 28 सितंबर को खेले गए फाइनल में पाकिस्तान को हराकर एशिया कप का खिताब जीता था। भारतीय टीम ने मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था। इससे नाराज नकवी ट्रॉफी और मेडल्स अपने साथ ले लेकर चले गए। ऐसे में भारतीय टीम को बिना ट्रॉफी और मेडल के लौटना पड़ा था। भारत ने यह स्टैंड पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में लिया था।

नकवी के कहने पर मैदान से एशिया कप ट्रॉफी बाहर ले जाता कर्मचारी।
BCCI की फाइनेंशियल रिपोर्ट की खास बातें
- BCCI को एशिया कप के कारण इंटरनेशनल टूर के मद में 109.44 करोड़ा का फायदा होगा। इनमें एशिया कप की होस्ट फीस के अलावा, टी-20 वर्ल्ड कप की पार्टिसिपेशन फीस से इंटरनेशनल टूर के फायदों
- BCCI को 2025-26 के फाइनेंशियल ईयर में 6700 करोड़ रुपए के फायदे की उम्मीद है। जोकि 2017-18 में मिले 666 करोड़ रुपए से 10 गुना ज्यादा है।
- इंडियन प्रीमियर लीग के वैल्यूएशन में लगातार दूसरे साल गिरावट आई है। जोकि करीब 16000 करोड़ रुपए है।
महिलाओं के घरेलू क्रिकेट पर पुरुषों की तुलना में 3.5 गुना कम खर्च BCCI के खर्चों की बात करें तो बोर्ड इस साल महिलाओं के डोमेस्टिक क्रिकेट में करीब 96 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। जोकि विमेंस प्रीमियर लीग से हुए फायदे का 26% है। बोर्ड को पिछले सीजन में WPL से करीब 350 करोड़ रुपए का फायदा हुआ था। भारतीय बोर्ड पुरुषों के घरेलू क्रिकेट में करीब 344 करोड़ रुपए खर्च करने जा रहा है। 111 करोड़ रुपए तो अकेले IPL में खर्च किए जा रहे हैं। महिला क्रिकेट में रणजी के जैसा कोई घरेलू टूर्नामेंट भी नहीं है।

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