राम मंदिर के परकोट में खुद की बनाई नंदी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उसका दर्शन करते मूर्तिकार गोविंद शर्मा।
रामदरबार के लिए लक्ष्मी नारायण और गौरी गणेश के साथ परकोटे में जलाधारी, नंदी और कूर्मा की मूर्तियों का निर्माण करने वाले मूर्तिकार गोविंद शर्मा 5 पीढ़ियों से यह काम कर रहे हैं।उनके लिए यह काम मिलना और इसे पूरा करना,प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर शामिल होकर
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लक्ष्मी नारायण की मूर्तियों का प्राण प्रतिष्ठा के बाद उसके साथ निर्माण करने वाले मूर्तिकार गोविंद शर्मा।
गोविंद शर्मा ने कहा कि यह सब पूरा होने के बाद उनका 50 लोगों को संयुक्त परिवार बेहद खुश है। पूरे परिवार का माहौल बदल गया है।प्राण प्रतिष्ठा के बाद न केवल वे खुशी से रो पड़े बल्कि उनका पूरा परिवार बेहद भावुक हो उठा है।हम सब इसे कई जन्मों का पुण्य मानते हैं।जिसका यह सब प्रतिफल है।यह हमारी 5 पीढ़ियों की तपस्या का श्रीराम की कृपा है।

शिव-पार्वती की मूर्तियों का प्राण प्रतिष्ठा के बाद उसके साथ निर्माण करने वाले मूर्तिकार गोविंद शर्मा।
5 जून को राम मंदिर में भव्य राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा प्रदेश के मुखिया सीएम योगी के हाथों सम्पन्न हो गई है। इस महोत्सव में राम दरबार सहित सप्त मंदिर और परकोटे की 6 मूर्तियों की भी प्रतिष्ठा हुई। राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से मूर्तियों को बनाने के लिए प्रमुख रूप से तीन मूर्तिकारों का चयन किया गया था। इसमें जयपुर के रहने वाले गोविंद शर्मा एक हैं। मूर्तियों के बनाने के का राजस्थान के जयपुर में मूर्ति भंडार प्रसिद्ध प्रतिष्ठान है। इसकी स्थापना उनके दादा ने की थी।