Avdheshanand Giri Maharaj Life Lessons, We should respecte our language | स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र: भाषा से स्वभाव, परिवार, संस्कार और खान-पान की जानकारी मिलती है, अपनी भाषा का सम्मान करना चाहिए

हरिद्वार4 मिनट पहले

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भाषा से हमारा स्वभाव, परिवार और संस्कारों का परिचय होता है। भाषा से ही खान-पान, वेश-भूषा और रहने की जगह की जानकारी मिलती है। हम जहां रहते हैं, वहां की भाषा के लिए आदर का भाव रखें। भारत की राष्ट्रभाषा हिन्दी है, इसका सम्मान करें। हिन्दी बहुत ही सहज, समृद्ध और लोकप्रिय है। भाषा ही हमारे विचारों को प्रकट करने में मदद करती है।

आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए भाषा का सम्मान क्यों करना चाहिए?

आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।

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