28 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
करुणा, मैत्री जैसी भावनाएं हमें पवित्र, सामर्थ्यवान और दिव्य बनाती हैं। हम इन भावनाओं के कारण महानता की ओर बढ़ते हैं। जीवन एक यात्रा है और हमें उच्चता की ओर यात्रा करनी चाहिए। उन बातों से बचना है जो हमें निरंतर नीचे की ओर धकेलती हैं। लालच और व्यर्थ आकर्षणों की वजह हम उन चीजों को पाने की कोशिश करते हैं, जिनमें स्थायी सुख नहीं है। इसलिए बुराइयों से बचें। हमारे विचार अच्छे होंगे तो हम श्रेष्ठता की ओर बढ़ने लगेंगे।
आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए जीवन में नई ऊंचाइयों तक कैसे पहुंच सकते हैं?
आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।
खबरें और भी हैं…