हरिद्वार5 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
परिवार में जब हम अपना सर्वस्व सौंप देते हैं, तब ही हमें मान-सम्मान, सुख, प्रेम, अपनापन मिलता है। परिवार में जब स्वार्थ आ जाता है, तब आपसी प्रेम खत्म हो जाता है। जो लोग परिवार से अलग सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं, उन्हें घर के लोगों का स्नेह नहीं मिलता है। परिवार समर्पण चाहता है। जो लोग परिवार के लिए समर्पित रहते हैं, उन्हें बदले में सुख-शांति और प्रेम मिलता है।
आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के परिवार में किन बातों का ध्यान रखें?
आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।
खबरें और भी हैं…