हरिद्वार14 मिनट पहले
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आत्म निरीक्षण करें और उन विचारों को छोड़ें जो नकारात्मक हैं। नकारात्मक विचारों की वजह से मन दुर्बल होता है। विचार ही हमें पतन की ओर ले जाते हैं, विचारों से ही व्यक्ति विजेता बनता है। मन बहुत शक्तिशाली है, इसलिए इसे सभ्य, पवित्र, सुसंस्कृत और सकारात्मक बनाए रखें।
आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए मन हमारे हित में कब काम करता है?
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