हरिद्वार3 घंटे पहले
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शब्दों से हमारा व्यक्तित्व मालूम होता है। शब्द भी ब्रह्म के स्वरूप हैं। शब्दों से हमारी सोच, शिक्षा, संस्कार, पुराने कर्मों की जानकारी मिलती है। इसलिए जो कुछ बोलें, अच्छी तरह सोच-विचार करके ही बोलें।
आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए बोलते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।
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