2 मिनट पहले
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हमें मनुष्यों के साथ ही सभी पशु-पक्षियों के लिए, प्रकृति के लिए, झील, जलाशय और सरोवरों के लिए विनम्र होना चाहिए। हमें सभी से प्रेम करना चाहिए, क्योंकि हम सब में राम समाए हुए हैं, हम सब एक-दूसरे के साथ हैं। ये पूरा विश्व एक ही परिवार है। एक ही ब्रह्म सभी में विद्यमान है।
आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए हमें सभी प्राणियों के लिए कैसे भाव रखना चाहिए?
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