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- Avdheshanand Giri Maharaj Life Lesson. Studying The Scriptures Is A Penance, How Our Thoughts Become Auspicious And Pure
हरिद्वार36 मिनट पहले
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पुस्तकें सच्ची मित्र होती हैं। पुस्तकों में जो दिव्य विचार और सामर्थ्य है, वह किसी और जगह नहीं मिलता है। इसलिए हमारे यहां पुस्तकों और ग्रंथों का अध्ययन करना तप कहा गया है। ये सत्य की ओर लौटने का सच्चा तप है। आइए हम ग्रंथों को अपने जीवन में शामिल करें। निरंतर शास्त्र पढ़ें, विचारों को शुभ और पवित्र बनाएं।
आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए हमारा सामर्थ्य कैसे बढ़ सकता है?
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