हरिद्वार4 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

सकारात्मक विचार सदा ही स्फूर्ति, उल्लास, उमंग और मन को आनंद प्रदान करते हैं। जब मनुष्य सकारात्मक विचारों से जुड़ता है, तब उसके पास आंतरिक शक्तियों का जागरण होने लगता है। ये आंतरिक शक्तियां हमारा सामर्थ्य बढ़ाती हैं। सकारत्मक व्यक्ति को किसी प्रकार का अभाव विचलित नहीं करता है। मनुष्य की चेतना उन विचारों से जागृत होती है, जो सत्यपरक हैं। इसलिए हमें सत्य के साथ ही रहना चाहिए।
आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए हम प्रलोभनों से कैसे बच सकते हैं?
आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।
खबरें और भी हैं…
-
स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र: अध्यात्म से हमारे सभी संशय, भ्रम, भय, दुविधाएं और हमारी अंतहीन पहेलियां हल हो जाती हैं
1:14- कॉपी लिंक
शेयर
-
स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र: हम जिनके साथ रहते हैं, उनका हमारे मन, वाणी, व्यवहार और जीवन पर असर होता है
1:11- कॉपी लिंक
शेयर
-
स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र: ग्रंथ पढ़ने से तनाव, भय, भ्रम और संशय दूर होते हैं, हमें सच्चा समाधान मिलता है
1:07- कॉपी लिंक
शेयर
-
स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र: ग्रंथों का अध्ययन करना एक तप है, इस तप से हमारे विचार शुभ और पवित्र बनते हैं
1:05- कॉपी लिंक
शेयर