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- Avdheshanand Giri Maharaj Life Lesson. Our Homes Are Like Pilgrimage Sites, We Should Have The Same Faith And Devotion For Them As We Do For Pilgrimage Sites.
हरिद्वार14 घंटे पहले
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हमारे घर और गांव भी तीर्थ के समान हैं। जैसे तीर्थों के प्रति श्रद्धा और विश्वास होता है, वैसा ही भाव अपने घर, गांव, मोहल्ले, जलाशयों और वृक्षों के प्रति होना चाहिए। जब हम अपने घर को स्वच्छ रखते हैं, उसमें प्रेम, एकता और समन्वय बनाए रखते हैं, तो वही घर तीर्थ बन जाता है। अपने वातावरण को पवित्र बनाना, अपनों से प्रेम करना और प्रकृति से जुड़ाव रखना ही सच्ची तीर्थ यात्रा है।
आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए घर में प्रेम बनाए रखने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।
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