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- Avdheshanand Giri Maharaj Life Lesson. Due To Our Mistakes, Nature Is Being Adversely Affected, There Is Pollution In The Entire Atmosphere.
हरिद्वार2 दिन पहले
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हमारी स्वच्छंदता यानी बिना किसी बंधन के अपनी इच्छानुसार काम करने से प्रकृति में बहुत सी विकृतियां आ गई हैं। हमारा अपना एक रुचिकर खान-पान है, स्वच्छंद आहार-विहार है, जीवन शैली में कोई अंकुश नहीं है, कोई शील नहीं है, किसी प्रकार की मर्यादा नहीं है, हम पर कोई नियंत्रण नहीं है, इन कारणों से प्रकृति पर बुरा असर पड़ रहा है। धरती का भारी दोहन हो रहा है, हिमालय की हरीतिमा का हनन हुआ है, पूरे वायु मंडल में प्रदूषण है।
आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए हमें प्रकृति में संतुलन बनाने के लिए क्या करना चाहिए?
आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।