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- Auspicious Time For Shopping Before Diwali, Pushya Nakshtra Significance In Hindi, Pushya Nakshtra Importance In Hindi
7 घंटे पहले
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दीपावली 20 अक्टूबर को है और इससे पहले 14 और 15 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र रहेगा। इसे खरीदारी का शुभ मुहूर्त माना जाता है। इस नक्षत्र को सभी 27 नक्षत्रों का राजा माना जाता है। 14 अक्टूबर को मंगलवार होने के कारण मंगल पुष्य योग बना है और बुधवार को बुध पुष्य योग बना है।
14 अक्टूबर, मंगलवार सुबह 11:54 बजे से पुष्य नक्षत्र शुरू होगा। ये नक्षत्र 15 अक्टूबर, बुधवार दोपहर 12:00 बजे खत्म होगा। ये नक्षत्र धन, समृद्धि और सफलता दिलाने वाला माना जाता है। मान्यता है कि इस नक्षत्र में किए गए कार्य और खरीदारी लंबे समय तक स्थायी लाभ देती हैं। इस योग में निवेश करना, नए काम की शुरुआत करना, घर-वाहन खरीदना भी शुभ माना जाता है।
पुष्य नक्षत्र में क्या-क्या कर सकते हैं
- सोना, चांदी, आभूषण, वाहन, भूमि, भवन, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं और नए बही-खाते खरीद सकते हैं।
- भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी, भगवान शिव और गणेश जी की पूजा करें।
- नया व्यापार या नौकरी शुरू कर सकते हैं।
- दान-पुण्य के कार्य करना चाहिए।
मंगलवार को करें हनुमान जी की पूजा
मंगलवार को हनुमान जी की विशेष पूजा करनी चाहिए। हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं। हनुमान चालीसा का पाठ करें। राम नाम का जप करें। अगर पर्याप्त समय हो तो सुंदरकांड का पाठ भी किया जा सकता है।
मंगलवार को मंगल ग्रह के पूजा करनी चाहिए। मंगल की पूजा शिवलिंग रूप में की जाती है, इसलिए शिवलिंग पर लाल गुलाल, लाल फूल और लाल मसूर की दाल चढ़ानी चाहिए। बिल्व पत्र, चंदन से श्रृंगार करें। धूप-दीप जलाकर आरती करें। ऊँ भों भोमाय नम: मंत्र का जप करें।
बुधवार को गणेश जी को चढ़ाएं दूर्वा
बुधवार को भगवान गणेश की विशेष पूजा करें। गणेश जी को दूर्वा की 21 गांठ चढ़ाएं। भगवान गणेश के मंत्र श्री गणेशाय नम: मंत्र का जप करें। इस दिन बुध ग्रह के लिए हरे मूंग का दान करें।