बीकानेर में 9 साल की भतीजी को उसकी बुआ ने चिमटे से जला दिया। बच्ची माता-पिता की मौत के बाद बुआ के पास रह रही थी। शनिवार को उसे स्कूल में बैठने में दिक्कत हो रही थी, टीचर ने बच्ची से पूछा तो उसने घटना के बारे में जानकारी दी और घर जाने से मना कर दिया।
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बच्ची ने बताया कि उसकी बुआ पिछले 2 माह से उसके साथ टॉर्चर कर रही थी। स्कूल स्टाफ ने चाइल्ड हेल्पलाइन पर कॉल किया। इसके बाद से मासूम को नारी निकेतन में रखा गया है।
बच्ची के शरीर पर चिमटे से दागने के घाव हैं।
चौथी क्लास में पढ़ती है बच्ची
लूणकरणसर थानाधिकारी गणेश विश्नोई ने बताया- राजकीय विद्यालय की प्रधानाचार्या की रिपोर्ट पर बुआ के खिलाफ मामला दर्ज किया है। थानाधिकारी ने बताया कि बच्ची की उम्र 9 वर्ष है और लूणकरणसर के एक स्कूल में चौथी क्लास में पढ़ती है। उन्होंने बताया कि बच्ची का मेडिकल करवाया गया है। पुलिस ने बच्ची को नारी निकेतन भेज दिया है।
ठीक से बैठ नहीं पा रही थी
उन्होंने बताया- माता-पिता की मौत के बाद से बच्ची अपनी बुआ के पास रह रही थी। जानकारी के अनुसार, उसके दादा-दादी भी असहाय हैं। बताया गया कि बुआ ने आते ही मासूम से घरेलू कार्य करवाना और मारपीट करनी शुरू कर दी थी। रिपोर्ट में बताया- बुआ ने उसे शरीर पर जगह-जगह गर्म चिपटे से दाग दिया। बच्ची ने टीचर को यह भी बताया कि उसे खाना भी नहीं दिया जाता है।
इसके बाद शनिवार को बच्ची ठीक से बैठ नहीं पा रही थी। ऐसे में जब टीचर ने उससे पूछा तो मासूम ने रोते हुए पूरी कहानी बता दी और घर जाने से मना कर दिया।
बच्ची के हाथ पर भी घाव हैं। उसके माता-पिता की मौत होने की वजह से वह बुआ के पास रह रही थी।
चाइल्ड हेल्पलाइन से मांगी मदद
विद्यालय स्टाफ ने कस्बे के विद्यालय विकास समिति सदस्य विनोद चोपड़ा, महिपाल सिंह राठौड़ व राजाराम धतरवाल सहित जनप्रतिनिधियों को घटना बताई तथा उसके बाद चाइल्ड हेल्प लाईन 1098 पर सूचना दी गई। चाइल्ड हेल्पलाइन से बबीता व्यास ने पहुंचकर बच्ची से पूछताछ की और पुलिस व नारी निकेतन को सूचना दी गई।