मुंबई6 घंटे पहले
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एशियन पेंट्स लिमिटेड को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 1,110 करोड़ रुपए का मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार इसमें 23% की कमी आई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 1,448 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का सेल्स से रेवेन्यू 6% कम होकर 8,549 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले यानी अक्टूबर-दिसंबर 2023 में कंपनी ने 9,103 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाला पैसा रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। इसमें कोई खर्च या डिडक्शन शामिल नहीं होता है।
तिमाही आधार पर 60% बढ़ा मुनाफा
पिछली तिमाही यानी जुलाई-सितंबर के मुकाबले कंपनी का प्रॉफिट 60% बढ़ा है। Q2FY25 में कंपनी को 695 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। इस दौरान रेवेन्यू भी 6% बढ़ा है। दूसरी तिमाही में कंपनी ने 8,028 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था।
एशियन पेंट्स का शेयर एक साल में 24% गिरा
तिमाही नतीजों के बाद एशियन पेंट्स का शेयर आज यानी मंगलवार (4 फरवरी) को दोपहर 2:40 बजे 2.52% की तेजी के साथ 2,350 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। एशियन पेंट्स का शेयर पिछले 5 दिन में 5.55% और एक महीने में 3.65% चढ़ा है। हालांकि, बीते 6 महीने में कंपनी का शेयर 24% और एक साल में 19% गिरा है। एशियन पेंट्स का मार्केट कैप 2.25 लाख करोड़ रुपए है।
60 से ज्यादा देशों में एशियन पेंट्स का कारोबार
एशियन पेंट्स की शुरुआत 1942 में हुई थी। इसे 4 दोस्त ने पार्टनरशिप में शुरू किया था। 1968 से भारतीय पेंट मार्केट में इसकी बड़ी हिस्सेदारी रही है। फिलहाल एशियन पेंट्स 15 देशों में काम करती है। दुनिया भर में इसकी 27 पेंट मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं, जो 60 से ज्यादा देशों में कस्टमर सर्विस देती है।
यह दुनिया की सबसे बड़ी ऑटोमोटिव कोटिंग्स मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों में से एक अमेरिका की PPG Inc के साथ 50:50 के जॉइंट वेंचर में ऑपरेशन करती है। एशियन पेंट्स के ग्रुप में कई कंपनियां हैं। इनमें एशियन पेंट्स बर्जर, एप्को कोटिंग्स, SCIB पेंट्स, तौबमैन्स, एशियन पेंट्स कॉजवे और कैडिस्को एशियन पेंट्स दुनियाभर में सर्विस प्रोवाइड करती है।