सार्थक चतुर्वेदी मथुरा के रहने वाले हैं,उनकी नियुक्त पर जन प्रतिनिधि और भाजपा नेताओं ने प्रसन्नता व्यक्त की
भारत सरकार ने खेलों में डोपिंग रोधी नियमों के उल्लंघन से संबंधित मामलों की सुनवाई और निष्पादन हेतु एक अनुशासनात्मक पैनल का गठन किया है। इस पैनल को संबंधित मामलों में निर्णय लेने का अधिकार प्रदान किया गया है। इस पैनल में भारत सरकार के सर्वोच्च न्यायाल
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मथुरा के रहने वाले हैं सार्थक
मूलतः मथुरा निवासी सार्थक चतुर्वेदी वर्ष 2015 से भारत सरकार के विभिन्न महत्वपूर्ण मामलों में विधिक प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। शुरू में वह दिल्ली उच्च न्यायालय में केंद्र सरकार के अधिवक्ता रहे और वर्ष 2019 से अभी तक सुप्रीम कोर्ट में भारत सरकार के स्थायी अधिवक्ता के रूप में कार्यरत हैं। सार्थक श्री कृष्ण जन्मभूमि मामले में भी अधिवक्ता की भूमिका निभा रहे हैं। उनके पिता डॉ. मुरारी लाल चतुर्वेदी मथुरा के चिकित्सक हैं तथा रघुनाथ हॉस्पिटल के निदेशक भी रह चुके हैं।

खेल मंत्रालय द्वारा जारी आदेश
जन प्रतिनिधि और भाजपा नेताओं ने दी शुभकामना
सार्थक चतुर्वेदी कार्यकर्ताओं में गिने जाते हैं। सार्थक चतुर्वेदी ने बताया कि भारत सरकार देश में खेलों को स्वच्छ और निष्पक्ष बनाए रखने हेतु सदैव प्रतिबद्ध रही है। डॉपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल की यह भूमिका खेल क्षेत्र में नैतिकता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उनकी इस नियुक्ति पर कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, सांसद हेमा मालिनी, राज्यसभा सांसद तेजवीर सिंह, विधायक श्रीकांत शर्मा, राजेश चौधरी, मेघश्याम सिंह, पूरन प्रकाश, एमएलसी ठाकुर ओमप्रकाश, महापौर विनोद अग्रवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्भय पांडे, महानगर अध्यक्ष राजू यादव, पूर्व महापौर मुकेश आर्यबंधु, पूर्व अध्यक्ष चेतन स्वरूप पाराशर, घनश्याम लोधी सहित अनेक जनप्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं ने हर्ष व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं दीं।