सुपौल के छातापुर प्रखंड के लक्ष्मीनिया पंचायत के ललितग्राम में पक्की सड़क नहीं होने को लेकर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि वोट के समय जनप्रतिनिधि पक्की सड़क निर्माण का झूठा वादा कर वोट लेते हैं और जीतने के बाद अपना वादा भूल
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लक्ष्मीनिया पंचायत के वार्ड नंबर 14 निवासी ललिता देवी, लालदेव गिरी समेत दर्जनों लोगों ने कहा कि वर्ष 1992 में इस टोले पर सड़क का निर्माण करवाया गया। उसके बाद मुखिया से विधायक और सांसद इस इलाके में वोट लेने के समय आते है और वादा करते हैं कि यह सड़क बन जाएगी। लेकिन चुनाव खत्म होने के साथ ही वह वादा भूल जाया करते हैं। ऐसे में इलाके में रहने वाले लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
आमलोगों ने कहा कि इस बाबत अधिकारी को भी मामले से अवगत कराया है। लेकिन ढाक के तीन पात वाली कहावत हो रही है। जबकि डेढ़ हजार हजार आबादी इस सड़क नहीं बनने से परेशान हो रहे है। शनिवार को गांव के तमाम लोगों ने एकजुट होकर बैठक की और यह निर्णय लिया कि बार अगर जनप्रतिनिधियों ने सड़क बनवाने में लापरवाही करेंगे तो हम लोग वोट का बहिष्कार करेंगे। जिसको लेकर स्थान लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है मामले में उचित कार्रवाई होगी।