बेअंत सिंह के बेटे सांसद सरबजीत सिंह खालसा को सिरोपा देते हुए
अमृतसर में श्री हरमंदिर साहिब के भीतर स्थित गुरुद्वारा झंडा बुंगा साहिब में आज कहर सिंह, सतवंत सिंह और बेअंत सिंह के शहीदी दिवस को बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित समागम में भारी संख्या में संगतों ने भाग लिया और अरदास के जरि
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अमृतसर स्थित श्री हरमंदिर साहिब पर हुए हमले की पृष्ठभूमि में, बेअंत सिंह, सतवंत सिंह और कहर सिंह ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को गोलियों से मारके मार दिया था। इस घटना के बाद बेअंत सिंह मौके पर ही सुरक्षा कर्मियों की गोलियों का शिकार होकर शहीद हो गए, जबकि भाई कहर सिंह और भाई सतवंत सिंह को 6 जनवरी 1989 को तत्कालीन सरकार द्वारा फांसी देकर शहीद किया गया था।
गुरुद्वारा झंडा बुंगा साहिब में हुए धार्मिक समागम में उमड़ी संगत
आज इसी घटना की याद में श्री हरमंदिर साहिब के भीतर स्थित गुरुद्वारा झंडा बुंगा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए और शहीदी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सचिव प्रताप सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आज हमने सतवंत सिंह, बेअंत सिंह और कहर सिंह की बरसी श्रद्धा से मनाई है। कहा उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को गोली मारने के बाद इन वीर सिखों को फांसी दी गई थी।

बेअंत सिंह के बेटे सांसद सरबजीत सिंह खालसा भी पहुंचे समागम में
इस मौके पर फरीदकोट से सांसद सरबजीत सिंह खालसा, जो शहीद बेअंत सिंह के पुत्र हैं, ने कहा कि आज मेरे पिता की बरसी है, और हम यहां उनकी याद में पहुंचे हैं। शिरोमणि कमेटी ने हमें सम्मानित किया है। हमें गर्व है कि हमारे शहीदों को आज भी पूरा देश याद करता है। उन्होंने बताया कि हजारों की संख्या में संगतें आज यहां पहुंची और श्रद्धा से शहीदों को नमन किया।
पंथक संगठनों की अगुवाई में मनाया गया शहीदी दिवस
इस धार्मिक समागम का आयोजन शिरोमणि कमेटी और विभिन्न पंथक जत्थेबंदियों की ओर से किया गया। भाई सतवंत सिंह और बेअंत सिंह के परिवारों को सिरोपे भेंट कर सम्मानित किया गया, और कौम की सेवा में बलिदान देने वाले इन वीरों की शहादत को नमन किया गया।
