नई दिल्ली1 घंटे पहले
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तीन साल पहले शुरू हुई भारतीय एयरलाइन आकासा एयर की को फाउंडर नीलू खत्री ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। नीलू कंपनी के 6 संस्थापक सदस्यों में से एक थीं। वह अभी कंपनी में इंटरनेशनल संभाल रहीं थीं।
आकासा एयर ने गुरुवार को एक बयान जारी कर नीलू खत्री के इस्तीफे की खबर को कन्फर्म किया। एयरलाइन के बयान के अनुसार, खत्री ने अपने पेशेवर सफर में एक नई दिशा की तलाश के लिए कंपनी से आगे बढ़ने का फैसला किया है।
नीलू खत्री का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब आकासा एयर ने हाल के महीनों में कुछ बड़े बदलाव देखे हैं। इससे पहले अगस्त में कंपनी ने विस्तार के लिए प्रेमजी इन्वेस्ट और क्लेपॉन्ड कैपिटल जैसे निवेशकों से फंड जुटाया था।
आकासा एयर के पांच अन्य सह-संस्थापक (आदित्य घोष, आनंद श्रीनिवासन, बेल्सन कॉटिन्हो, भाविन जोशी और प्रवीण अय्यर) अभी भी कंपनी से जुड़े हुए हैं। कंपनी की कमांड सीईओ विनय दुबे के हाथों में हैं।

नीलू कंपनी के 6 संस्थापक सदस्यों में से एक थीं।
अजीम प्रेमजी की कंपनी ने आकासा एयर में निवेश किया
अकासा एयर की पेरेंट कंपनी SNV एविएशन में अजीम प्रेमजी की प्रेमजी इन्वेस्ट, रंजन पाई का मणिपाल ग्रुप और 360 वन एसेट मिलकर हिस्सेदारी खरीद रहे हैं। कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने अप्रैल में इस खरीदारी के लिए मंजूरी दी थी।
तीनों कंपनियों ने फरवरी 2025 में तीनों कंपनियों ने अकासा एयर में स्टेक खरीदने के लिए समझौता किया था। हालांकि कंपनिया कितनी हिस्सेदारी खरीदेंगी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
भारतीय बाजार में आकासा एयर की 5.4% हिस्सेदारी
आकासा एयर अपनी बाजार हिस्सेदारी को लगातार मजबूत कर रही है। उसकी अगस्त में घरेलू बाजार में 5.4% हिस्सेदारी रही। अभी एयरलाइन 30 बोइंग 737 मैक्स विमानों का बेड़ा संचालित करती है। इनमें 24 घरेलू और 6 अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
2032 तक 226 विमानों का बेड़ा बनाने का टारगेट
जुलाई में कंपनी के CFO अंकुर गोयल ने घोषणा की थी कि एयरलाइन अपने वित्तीय प्रदर्शन में सुधार कर रही है, क्षमता बढ़ा रही है और उनका लक्ष्य 2032 के अंत तक अपने बेड़े को बढ़ाकर 226 विमानों तक पहुँचाना है।