AI robot will detect faults in a moving train in real time | AI रोबोट चलती ट्रेन में खराबी रियल टाइम बताएगा: गाड़ियों की हेल्थ लाइव ट्रेक होगी, ATM से मिलेगा अनाज; IMC-2025 के टॉप-5 इनोवेशन


नई दिल्ली5 घंटे पहले

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इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 का आज दूसरा दिन है। इसमें चलती हाई स्पीड ट्रेन में खराबी का पता लगाने वाले AI रोबोट से लेकर गाड़ियों की रियल टाइम हेल्थ ट्रेक करने वाले मॉनिटरिंग डिवाइस जैसे कई टेक इनोवेशन पेश किए गए।

दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में 11 अक्टूबर तक चलने वाले एशिया के इस सबसे बड़े डिजिटल-टेक इवेंट में 120 देशों के 1.5 लाख से ज्यादा लोग पहुंचेंगे। इसमें 500 स्टार्टअप के साथ 400 से ज्यादा कंपनियों ने अपने इनोवेशन पेश किए हैं।

आइए IMC-2025 के टॉप इनोवेशन के बारे में जानते हैं…

1. कैमरा विजन: चलती हुई हाई स्पीड ट्रेन में गड़बड़ी पकड़ सकेंगे

हिताची में AI रिसर्चर विवेक कुमार ने बताया कि कैमरा विजन टेक्नोलॉजी से ट्रेन ज्यादा सुरक्षित होंगी। हाई क्वालिटी कैमरे और AI हाई स्पीड ट्रेन में छोटी से छोटी खराबी को पकड़ लेंगे।

इससे ट्रेन को लाइव स्क्रीन कर सकते हैं। इस टेक्नोलॉजी को रोबो डॉग की मदद से इस्तेमाल किया जा सकता है।

यह इतनी तेजी से काम करता है कि ट्रेन के किसी भी हिस्से में टूट-फूट पकड़ सकता है और इसके साथ रियल टाइम में अपडेट भी भेज सकता है।

इससे मेंटेंनेस आसान होगा और क्षमता बढ़ेगी। ऐसी किसी खराबी को सेमी स्किल्ड इंजीनियर ठीक कर सकते हैं। AR ग्लास लाइव बताएंगे कि खराबी को कैसे सुधार सकते हैं।

2. अन्नपूर्ति: ग्रेन ATM से 24X7 ले सकेंगे राशन

टेक कंपनी एरिक्सन ने IMC में अन्नपूर्ति नाम की मशीन पेश की। यह एक ऑटोमेटेड मल्टी-कमोडिटी ग्रेन डिस्पेंसिंग मशीन है, जिसे ‘Grain ATM’ कहा जाता है। यह मशीन राशन कार्ड धारकों को सब्सिडी वाले अनाज (जैसे- गेहूं, चावल और बाजरा) तेजी, सटीकता और बिना बर्बादी के देती है। यह 24X7 अवेलेबल है। यह सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) को पारदर्शी और सुविधाजनक बनाती है।

Grain ATM कैसे काम करता है?

  • एक्सेस: कोई भी राशन कार्ड धारक अपना वैलिड राशन कार्ड (किसी भी राज्य या UT का) स्कैन कर सकता है।
  • बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन: फिंगरप्रिंट या आइरिस स्कैन से पहचान वैरिफाई होती है। इससे धोखाधड़ी होती है।
  • चुनाव: स्क्रीन पर उपलब्ध अनाज (गेहूं, चावल, मिलेट) का प्रकार और मात्रा (अधिकतम 50 किलो) चुन सकते हैं।
  • डिस्पेंसिंग: मशीन 5 मिनट में अनाज बैग में भर देती है। इसका एरर रेट सिर्फ 0.01% है, यानी बिल्कुल सटीक।
  • टाइमिंग: यह राउंड-द-क्लॉक काम करती है, जिससे वेटिंग टाइम 70% तक कम हो जाता है और लंबी लाइन लगती।

3. मॉनिटरिंग डिवाइस: स​र्विसिंग का अलर्ट मिलेगा, लाइफ बढ़ेगी

गाड़ियों की लाइव मॉनिटरिंग के लिए सेंसराइज कनेक्ट के डिवाइस गाड़ियों और फ्लीट में लगते हैं। इससे गाड़ी की हेल्थ, इंजन से ड्राइवर तक के बिहेवियर की लाइव ट्रैकिंग की जा सकती है।

प्रेसिडेंट कर्ण नागपाल ने बताया कि,’इसे जिओ फेंसिंग से भी जोड़ रहे हैं, ताकि व्हीकल दायरे से बाहर न निकले। मॉनिटरिंग से पता चलता है कि व्हीकल को कब सर्विसिंग की जरूरत है।

इससे कॉस्ट बचेगी और गाड़ियों की लाइफ भी बढ़ेगी। इसके अलावा NBFC ग्राहकों के साथ डील कर रहे हैं। EMI नहीं भरने पर डिवाइस से व्हीकल रोक सकते हैं।

4. AR ग्लास: मूवमेंट होने पर भी स्टेबल रहेगी वर्चुअल स्क्रीन, GPS का काम भी करेगी

एरिक्सन के जोस सोमोलिनोज ने बताया कि हाईटेक AR ग्लास हमारे चलने-फिरने से लेकर काम करने का तरीका बदल देंगे। दिखने में यह सामान्य चश्मे जैसा हैं, पर इसमें एक ‘वर्चुअल स्क्रीन’ दिखती है।

मूवमेंट होने पर भी वर्चुअल स्क्रीन स्थिर बनी रहती है। इसमें माइक्रो OLED पैनल हैं, जो 1080 पिक्सल का रेजॉल्यूशन देते हैं। इनसे आप वीडियो और फोटो तक क्लिक कर सकते हैं।

सोमोलिनोज कहते हैं, इसे ऐसे समझें कि जल्द ही ट्रेनें चलता-फिरता थियेटर और वर्कस्टेशन होंगी। ये स्क्रीन GPS का भी काम करेगी। यानी बोलने भर से लाइव रास्ता दिखाएगी।

5. Vi प्रोटेक्ट: AI से धोखाधड़ी वाले कॉल का लगेगा पता

वोडाफोन-आइडिया (Vi) ने ‘Vi प्रोटेक्ट’ नाम की AI बेस्ड सर्विस लॉन्च की, जो AI की मदद से ग्राहकों को स्पैम कॉल, फ्रॉड और साइबर खतरों से बचाता है। इसका वॉयस स्पैम डिटेक्शन सिस्टम बिना किसी थर्ड-पार्टी ऐप के संदिग्ध कॉल को पकड़कर स्क्रीन पर अलर्ट दिखाता है।

दूसरा, AI बेस्ड साइबर डिफेंस सिस्टम साइबर हमलों को 1 घंटे में रोकता है और नेटवर्क को सुरक्षित रखता है। अब तक 60 करोड़ से ज्यादा स्पैम कॉल और मैसेज पकड़े जा चुके हैं और जल्द ही खतरनाक लिंक ब्लॉक करने की सुविधा भी आएगी।

150 से ज्यादा देशों से 1.5 लाख से ज्यादा स्पीकर्स शामिल होंगे

इंडियन मोबाइल कांग्रेस 8 से 11 अक्टूबर तक चलेगी। इसमें देश-विदेश की कंपनियां, स्टार्टअप्स और विशेषज्ञ नई तकनीकों को पेश करेंगे। इसमें भारत, कनाडा, जापान, ब्रिटेन, रूस सहित 150 से ज्यादा देशों से 1.5 लाख से ज्यादा स्पीकर्स, 7000 से ज्यादा ग्लोबल डेलिगेट्स और 400 से ज्यादा कंपनियां भाग लेंगी।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि इस कार्यक्रम को डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने संयुक्त रूप से आयोजित किया है। इस साल कार्यक्रम का थीम “इनोवेट टू ट्रांसफॉर्म” है।

इवेंट में 6जी, AI और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा होगी

इस बार इंडिया मोबाइल कांग्रेस ऑप्टिकल कम्युनिकेशन, सेमीकंडक्टर्स इन टेलीकॉम, क्वांटम कम्युनिकेशन, 6जी और फ्रॉड रिस्क इंडिकेटर्स पर केंद्रित होगा, जो अगली पीढ़ी की कनेक्टिविटी, डिजिटल संप्रभुता, साइबर फ्रॉड की रोकथाम और ग्लोबल टेक्नोलॉजी लीडरशिप में भारत की रणनीतिक प्राथमिकताओं को दर्शाता है।

IMC 2025 में 1,600 से ज्यादा नई तकनीकी उपयोगिताएं पेश की जाएंगी, जो 5जी/6जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्मार्ट मोबिलिटी, क्वांटम कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा और ग्रीन टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों से जुड़ी होंगी। इस दौरान 100 से अधिक तकनीकी सत्र और 800 से ज्यादा वक्ता अपनी बात रखेंगे।

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मोदी बोले- भारत कभी 2G के लिए जूझता था: आज सभी जिलों में 5G कनेक्टिविटी, 1GB डेटा की कीमत एक कप चाय से भी कम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली स्थित यशोभूमि में इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 के 9वें एडिशन का उद्घाटन किया। यह एशिया का सबसे बड़ा टेलीकॉम, मीडिया और टेक्नोलॉजी इवेंट है। PM ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया।

उन्होंने कहा- जब मैंने ‘मेक इन इंडिया’ की बात कही थी तो कुछ लोग इसका मजाक उड़ाते थे। उन्हें जवाब मिल गया है। जो देश कभी 2जी को लेकर स्ट्रगल करता था, आज उसी देश के सभी जिले में 5जी पहुंच गया है। आज भारत में 1GB वायरलेस डेटा की कीमत एक कप चाय से भी कम है। पूरी खबर पढ़ें…

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