खनौरी बॉर्डर पर किसानों ने पक्के शेड बनाने शुरू कर दिए हैं। किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
केंद्र सरकार के बातचीत न करने की वजह से हरियाणा–पंजाब का खनौरी बॉर्डर किसान आंदोलन का नया सेंटर बनता जा रहा है। यहां पर किसानों ने पक्के शेड बनाने शुरू कर दिए हैं। ठंड से बचने के लिए लकड़ियां इकट्ठी की जा रही हैं। किसानों के लिए कंबल समेत दूसरे कपड़े
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वहीं इसी खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत डल्लेवाल के आमरण अनशन को आज (23 दिसंबर) 28 दिन हो गए हैं। उनकी सेहत नाजुक बनी हुई है। इम्यूनिटी भी कमजोर हो चुकी है। उन्हें इन्फेक्शन का भी खतरा है। जिस वजह से वे रविवार पूरा दिन आंदोलन के मंच पर भी नहीं आए।
किसानों के खनौरी बॉर्डर मोर्चे को मजबूत करने के 4 PHOTOS…
खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे कंबल-गद्दे, सिख समाज सेवी संगठन खालसा एड ने किसानों को ठंड से बचाने के लिए यह मदद भेजी है।
खनौरी बॉर्डर पर किसानों को ठंड से बचाने के लिए लकड़ियों के ढेर लगा दिए गए हैं।
जगजीत डल्लेवाल के आमरण अनशन के दिन बढ़ते देख अब खनौरी बॉर्डर पर किसान ट्रैक्टर ट्रालियों को रात में सोने लायक बनाकर लेकर पहुंच रहे हैं।
खनौरी बॉर्डर पर किसान लंबे आंदोलन को देखते हुए नए बाथरूम भी बना रहे हैं।
किसानों के आगे की संघर्ष की 2 रणनीति..
1. 24 दिसंबर को कैंडल मार्च, 30 को पंजाब बंद आंदोलन की अगुआई कर रहे किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन पॉलिटिकल) ने 24 दिसंबर को शाम साढ़े 5 बजे कैंडल मार्च निकालेगा। उन्होंने आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल के समर्थन में पूरे देश से इसमें शामिल होने की अपील की है। वहीं 30 दिसंबर को आंदोलन के समर्थन में पंजाब बंद की कॉल दी गई है।
2. 24 दिसंबर को SKM संग मीटिंग दिल्ली में 3 कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करने वाला संयुक्त किसान मोर्चा सीधे इस आंदोलन में शामिल नहीं हुआ है। हालांकि वह मदद के लिए तैयार हैं। इसको लेकर उनकी एक मीटिंग 21 दिसंबर को पटियाला में हो चुकी है। जिसमें आंदोलन में शामिल नेता सरवण पंधेर के अलावा SKM से दर्शन पाल भी शामिल हुए थे। अब दूसरी मीटिंग 24 दिसंबर को होगी।
खनौरी बॉर्डर पहुंचे किसान स्क्रीन से डल्लेवाल को देखते हुए।
डल्लेवाल की सेहत पर सुप्रीम कोर्ट लगातार 3 दिन सुनवाई कर चुका
1. पंजाब सरकार को कहा– आपको हालात संभालने होंगे 17 दिसंबर की सुनवाई में पंजाब सरकार ने कहा था कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनसे भावनाएं जुड़ी हुई हैं। राज्य को कुछ करना चाहिए। ढिलाई नहीं बरती जा सकती है। आपको हालात संभालने होंगे। डल्लेवाल पब्लिक पर्सनालिटी हैं। उनके साथ किसानों के हित जुड़े हुए हैं।
2. बिना जांच कौन डॉक्टर कह रहा– 70 साल का आदमी ठीक है 18 दिसंबर को पंजाब सरकार ने कहा कि डल्लेवाल की तबीयत ठीक है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सवाल किया कि 70 साल का आदमी 24 दिन से भूख हड़ताल पर है। कौन डॉक्टर है, जो बिना किसी टेस्ट के डल्लेवाल को सही बता रहा है?। आप कैसे कह सकते हैं डल्लेवाल ठीक हैं? जब उनकी कोई जांच नहीं हुई, ब्लड टेस्ट नहीं हुआ, ECG नहीं हुई, तो कैसे कह सकते हैं कि वह ठीक हैं?।
3. पंजाब सरकार उन्हें अस्थाई अस्पताल में शिफ्ट क्यों नहीं करती 19 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की हालत रोज बिगड़ रही है। पंजाब सरकार उन्हें अस्पताल में शिफ्ट में क्यों नहीं कराती है। यह उन्हीं की जिम्मेदारी है। डल्लेवाल के स्वास्थ्य की स्थिर स्थिति सुनिश्चित करना पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है। यदि उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत होती है तो अधिकारी निर्णय लेंगे। अगली सुनवाई 2 जनवरी को होगी।
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सुप्रीम कोर्ट बोला-डल्लेवाल की हालत रोज बिगड़ रही, पंजाब सरकार उन्हें अस्थाई अस्पताल में शिफ्ट क्यों नहीं कराती, ये उन्हीं की जिम्मेदारी
हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 25 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 20 दिसंबर को सुनवाई हुई। पंजाब सरकार के अटॉर्नी जनरल (AG) गुरमिंदर सिंह ने डल्लेवाल के स्वास्थ्य से जुड़ी अपडेट रिपोर्ट सौंपी। पूरी खबर पढ़ें…