रोत को पीसीसी चीफ गोविंदसिंह डोटासरा ने बड़ी मनुहार की तब मिठाई खाई। पास बैठ दोनों ने एक एक पीस मिठाई खाई।
राजस्थान की बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा सीट से जीते बाप के प्रत्याशी राजकुमार रोत ने सियासत में हलचल मचा रखी है। इस दौरान राजकुमार रोत ने बड़ा बयान देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उनमें इंडिया गठबंधन की बैठक में नहीं बुलाए जाने को लेकर नाराजगी है। इस
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राजकुमार रोत के इस बयान से सियासत में हलचल मची हुई है। हालांकि, राजकुमार ने जरूरत पड़ने पर इंडिया गठबंधन का साथ देने की बात भी कही है, लेकिन उनके गठबंधन से नाराजगी के बीच विरोधाभासी बयानों से सियासत में कयास लगाए जा रहे है कि आखिर राजकुमार रोत ऐन मौके पर किधर पलटी मारेंगे?
राजकुमार रोत, नागौर से हनुमान बेनीवाल और सीकर से अमरा राम इंडिया गठबंधन के नाम पर चुनाव लड़कर जीते। लेकिन इंडिया गठबंधन की बैठक में इन सांसदों को नहीं बुलाया गया हैं। जिसके कारण इनके मन में कहीं ना कहीं नाराजगी देखने को मिल रही हैं। इधर, राजकुमार रोत ने कहा कि हम स्वतंत्र चुनाव लड़े थे। महेंद्रजीत सिंह मालवीय कांग्रेस से बीजेपी में गए।
उन्हें सबक सिखाने के लिए ही कांग्रेस हमारे साथ आई और हमारा साथ भी दिया, लेकिन उन्होंने गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि बांसवाड़ा डूंगरपुर सीट पर बाप का कांग्रेस के साथ अधूरा गठबंधन रहा, क्योंकि गठबंधन के बावजूद भी लोकसभा और विधानसभा के उपचुनावों में कांग्रेस का प्रत्याशी चुनाव में मैदान में रहा हैं।