एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था देखते हुए डीसीपी ट्रैफिक रवींद्र कुमार।
कानपुर में बीते 40 दिन के भीतर तीन बार ट्रेन को उड़ाने की साजिश और इसी बीच ग्रीनपार्क स्टेडियम में पांच दिवसीय भारत-बांग्लादेश टेस्ट मैच को लेकर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। पांच दिनवसीय मैच में करीब सवा लाख दर्शकों का मूवमेंट रहेगा। ग
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ग्रीनपार्क स्टेडियम में पांच दिनवसीय टेस्ट मैच है और होटल लैंडमार्क में खिलाड़ी ठहरे हुए हैं। 25 हजार की दर्शक क्षमता वाले स्टेडियम में पांच दिन में करीब सवा लाख दर्शक पहुंचेंगे। इसके देखते हुए कानपुर पुलिस कमिश्नरेट ने कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया है। माउंटेन पुलिस से लेकर सुरक्षा एजेंसी (एटीएस) की टीम को भी होटल से लेकर ग्राउंड तक की सिक्योरिटी में लगाया गया है। मंडे को 20 कांस्टेबिल की एसएलआर से लैस टीम को ग्राउंड की सिक्योरिटी में लगा दिया गया है. ग्राउंड और आस पास का एरिया थ्री लेयर्ड सिक्योरिटी में रहेगा. इनर कार्डेन में निजी कंपनी के सिक्योरिटी गार्ड्स तैनात किए गए हैं। पब्लिक की तरह चौतरफा सिविल ड्रेस में खुफिया वालों का पहरा रहेगा।
ग्राउंड को चारों ओर से एसएलआर (सेल्फ लोडिंग रायफल) के साथ 50 से ज्यादा पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। प्रैक्टिस पिच समेत चार पिचों पर विशेष सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। आउटर कार्डेन की बात की जाए तो ग्राउंड और ग्रीन पार्क की बाउंड्री के बीच का एरिया स्पेशल सेल के पुलिस कर्मियों की कस्टडी में रहेगा। अगर सुपर आउटर कार्डेन की बात की जाए तो ये ग्रीन पार्क के चारों और का एरिया है। यहां माउंटेन पुलिस की पेट्रोलिंग होगी।
होटल लैंडमार्क के एंट्री प्वाइंट पर सुरक्षा व्यवस्था देखते हुए अफसर।
एयरपोर्ट से होटल तक बनेगा कॉरीडोर
कानपुर में मंगलवार को खिलाड़ियों को एयरपोर्ट से होटल लैंडमार्क तक पहुंचाने के लिए कॉरीडोर बनाया गया है। एयरपोर्ट से विशेष बस से खिलाड़ियों को होटल तक लाया जाएगा। इसके लिए पूरे रूट पर पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे। खिलाड़ियों के आने-जाने के दौरान ट्रैफिक रोककर उनके वाहन को पास कराया जाएगा। खिलाड़ियों की बस के आगे और पीछे भारी पुलिस फोर्स रहेगा।
ग्रीनपार्क में सिक्योरिटी ब्रीफिंग करते हुए पुलिस अफसर।
बांगलादेश और इंडिया टीम की सिक्योरिटी आईपीएस अफसरों के हाथ
दोनों टीमों की सुरक्षा की जिम्मेदारी दो आईपीएस अधिकारियों की होगी जो दूसरे जिलों से मैच ड्यूटी में तैनात किए गए हैं। कोई भी बाहरी व्यक्ति खिलाड़ियों तक पहुंच ही नहीं सकेगा। हालांकि लैंडमार्क और विजय विला होटल में एलआईयू (लोकल इंटेलीजेंस यूनिट) के साथ खुफिया के पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। इन दो आईपीएस अधिकारियों के पास खिलाडिय़ों के कमरे के बाहर की लॉबी का भी एक्सेस रहेगा, जिससे इधर आने जाने वालों पर नजर रखी जा सकेगी। पुलिस के सभी अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी समझा दी गई है। सोमवार देर शाम हुई ब्रीफिंग में पुलिस कर्मियों को उनकी ड्यूटी चार्ज समझा दिया गया है।
ग्रीनपार्क में सिक्योरिटी ब्रीफिंग के दौरान पुलिस अफसर।
साबरमती, कालिंदी और गुड्स ट्रेन की घटना को देखते हुए विशेष सुरक्षा
बीते दिनों कानपुर में तीन बड़ी शरारतों को अंजाम दिया गया। साबरमती के सामने जहां स्टोन स्लीपर डालकर पलटाने की कोशिश की गई। वहीं, कालिंदी के आगे सिलेंडर रखकर डिरेल करने की कोशिश की गई और रविवार को सरसौल के प्रेमपुर स्टेशन के पास गुड्स ट्रेन के सामने सिलेंडर रखा गया। इन सभी घटनाओं को कमिश्नरेट ने गंभीरता से लिया है, लिहाजा विशेष सुरक्षा के इंतजाम तो किए ही गए हैं।
4 हजार पुलिस कर्मी सुरक्षा में तैनात
एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने बताया कि मैच को देखते हुए करीब 4 हजार पुलिस कर्मी स्टेडियम से लेकर खिलाड़ियों के होटल तक ड्यूटी में लगाया गया है। स्टेडियम और होटल को अलग-अलग सेक्टर में बांटकर ड्यूटी लगाई गई है। सेक्टर और जोन में अफसरों को निगरानी में लगाया गया है। इससे कि किसी भी पुलिस कर्मी से चूक नहीं हो सके।
इन अधिकारियों की रहेगी ये जिम्मेदारी
श्रवण कुमार सिंह (डीसीपी ईस्ट) : सम्पूर्ण व्यवस्था के प्रभारी अधिकारी
रवीन्द्र कुमार (डीसीपी ट्रैफिक) : सम्पूर्ण कार्यक्रम की ट्रैफिक व्यवस्था के प्रभारी अधिकारी
शिवा सिंह (एडीसीपी ईस्ट) : नोडल अधिकारी क्रिकेट सेल
राजेश कुमार श्रीवास्तव (एडीसीपी ईस्ट) : सहायक नोडल अधिकारी क्रिकेट सेल
आशुतोष कुमार (एसीपी कोतवाली) : नोडल राजपत्रित अधिकारी
अमरनाथ यादव (एसीपी क्राइम) : सहायक नोडल राजपत्रित अधिकारी फस्र्ट
अजय कुमार त्रिवेदी (एसीपी लॉ एंड ऑर्डर) : सहायक नोडल राजपत्रित अधिकारी सेकेंड
एयरपोर्ट से लेकर होटल तक के रूट जांचने के दौरान रामादेवी चौराहे पर पुलिस अफसर।
इतने पुलिस अधिकारी और कर्मी जिले के बाहर से होंगे तैनात
आईपीएस : 02
एएसपी/डीसीपी : 04
सीओ/एसीपी : 15
इंस्पेक्टर : 65
सब इंस्पेक्टर : 220
लेडी एसआई : 10
मुख्य आरक्षी/ आरक्षी: 550
महिला आरक्षी : 150
पीएसी : 5 कंपनी
आरएएफ : 1 कंपनी
एटीएस :1 टीम
बीडीएस/एएस चेक टीम : 12 टीम