Admission equations have changed; first answer sheets, then results, now there is a mess in ranks too | क्लैट इन्वेस्टिगेशन: एडमिशन के समीकरण बदल गए; पहले आंसरशीट, फिर नतीजे, अब रैंक में भी गड़बड़ – Jodhpur News


क्लैट की गलतियां अब चरम पर पहुंच गई हैं। आंसर शीट में गलतियां सुधारने के बाद परिणाम में तो गलतियां थीं ही, अब रैंक में भी गड़बड़ी शुरू हो गई है। इसका असर ये हुआ है कि जिन्हें पहले आसानी से प्रवेश मिल रहा था, उन्हें मुश्किल हो गई है और जिनके प्रवेश की र

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वजह ये है कि कन्सोर्टियम ऑफ एनएलयूज ने कई स्टूडेट्स के परिणामों को बिना सूचना के बदल दिया है। 2 दिसंबर को प्रोविजनल आंसर-की जारी की गई थी। स्टूडेंट्स और एक्सपर्ट्स को कई प्रश्न और उत्तर गलत लगे। अंतिम आंसर-की 9 दिसंबर और नतीजे 10 दिसंबर को जारी करने की टाइमलाइन जारी हुई थी। फिर कन्सोर्टियम ने बिना नोटिफिकेशन 7 दिसंबर को रात 11 बजे फाइनल आंसर-की के साथ अंतिम परिणाम जारी कर दिया।

अब इन परिणामों में भी गलतियां सामने आई हैं। इन नतीजों में स्टूडेंट्स की स्कोर शीट में जिन स्टूडेंट्स ने पीडब्ल्यूडी कैटेगरी में आवेदन नहीं किया, उन्हें पीडब्ल्यूडी रैंक दे दी गई। भास्कर ने इसका खुलासा किया तो कन्सोर्टियम ऑफ एनएलयूज ने आनन-फानन में कई स्टूडेंट्स को बिना सूचना दिए परिणामों को बदल दिया।

ये रहे सबूत… किसी की रैंक 358वीं से 70वीं तो किसी की 321वीं से 62वीं हुई

केस 1- जोधपुर के अध्ययन रतनू

पहले पीडब्ल्यूडी श्रेणी में 20वीं रैंक बताई, उसने इसी कैटेगिरी में आवेदन भी किया था। लेकिन अब पीडब्ल्यूडी कैटेगरी हटा दी। पहले उसे टॉप 5 यूनिवर्सिटी में प्रवेश मिल रहा था। अब 26 यूनिवर्सिटी में से किसी भी विश्वविद्यालय में प्रवेश नहीं मिल पाएगा।

केस 2- लखनऊ के दिव्य राज सिंह

पहले पीडब्ल्यूडी श्रेणी में 358वीं रैंक आई थी। सोमवार को बदलकर 70वीं कर दी। जब काउंसलिंग के लिए आगे बढ़ा तो उसकी रैंक 73वीं कर दी। ऐसे में पहले उसे किसी यूनिवर्सिटी में प्रवेश नहीं मिल रहा था। अब राह आसान।

केस 3- दिल्ली की धैर्या साहनी

पहले घोषित परिणामों में पीडब्ल्यूडी कैटेगरी में दूसरी रैंक थी। सोमवार को परिणाम देखा तो रैंक 12वीं हो गई। पहले आसानी से टॉप यूनिवर्सिटी में प्रवेश मिल जाता। अब 5वीं से 7वीं रैंकिंग वाले विवि में प्रवेश मिलेगा।

केस 4- जयपुर के आदित्य शुक्ला

पहले पीडब्ल्यूडी में 321वीं रैंक बताई जा रही थी। सोमवार को उसका भी परिणाम संशोधित हो गया और अब इसी कैटेगरी में 62वीं रैंक बताई जा रही है। पहले किसी भी विश्वविद्यालय में प्रवेश नहीं मिल रहा था। अब उसके प्रवेश की संभावनाएं बन गई हैं।

शिकायतें दर्ज कराने की आखिरी तारीख अभी तय नहीं… लेकिन काउंसलिंग शुरू कर दी गई

कंसोर्टियम ने पोर्टल पर जारी सूचना में बताया, स्टूडेंट्स 8 दिसंबर को दोपहर 12 बजे से शिकायत दर्ज करवा सकते हैं, लेकिन इसकी कोई अंतिम तारीख जारी नहीं की गई। वहीं, बिना शिकायतों के निस्तारण के सोमवार को काउंसलिंग शुरू कर दी गई। एक्सपर्ट सागर जोशी ने बताया कि कंसोर्टियम द्वारा आनन-फानन में लगातार गलतियां हो रही हैं। कई स्टूडेंट्स के नतीजे बदलने की शिकायत आ रही है।

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