बीएसए विभाग में तैनात बाबू के खिलाफ मुकदद्मा दर्ज कराने के बाद एंटी करप्शन टीम ने जांच शुरू कर दी है
मथुरा में बेसिक शिक्षा विभाग का ऑफिस एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इसकी वजह है यहां तैनात बाबू को एंटी करप्शन यूनिट आगरा द्वारा रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार करना। रिश्वत लेते हुए पकड़े गए बाबू पर आरोप है कि वह पीड़ित से अनिवार्य नोटिस के निस्तार
.
यह है मामला
मथुरा के बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात मुख्य लिपिक ब्रजराज सिंह को आगरा से आई एंटी करप्शन यूनिट ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। एंटी करप्शन यूनिट को शिकायत मिली कि अनिवार्य सेवा निवृत्ति के नोटिस के निस्तारण के संबंध में वह 25 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहे थे।

बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात मुख्य लिपिक ब्रजराज सिंह को आगरा से आई एंटी करप्शन यूनिट ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया
संविदा कर्मी ने की थी शिकायत
बीएसए ऑफिस में तैनात संविदा कर्मी धर्मेंद्र के पिता से 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई। इसके बाद धर्मेंद्र ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन यूनिट से की। जिसके बाद टीम ने बुधवार को स्टेट बैंक चौराहा के समीप बाबू को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद टीम बाबू ब्रजराज को लेकर अपने साथ चली गई। टीम बाबू ब्रजराज को लेकर थाना रिफाइनरी पहुंची जहां मुकद्दमा दर्ज कराया।

टीम बाबू ब्रजराज को लेकर थाना रिफाइनरी पहुंची जहां मुकद्दमा दर्ज कराया
BSA की कार्यवाही से चिड़कर देखा जा रहा कार्यवाही को
मथुरा का बीएसए ऑफिस चर्चाओं में बना रहता है। यहां हुआ शिक्षक भर्ती घोटाला की जांच अभी तक चल रही है। वर्तमान में बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त सख्त रवैया अपनाए हुए हैं। BSA आए दिन स्कूलों में पहुंचकर शिक्षकों की उपस्थिति को देख रहे हैं। बीएसए लापरवाह और अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही कर रहे हैं। शिक्षक संघ से जुड़े कई पदाधिकारी भी बीएसए की कार्यवाही के दायरे में आ चुके हैं। इसको लेकर बीएसए ऑफिस में तैनात बाबू ब्रज राज का झगड़ा भी हो चुका है। जिसको लेकर क्लर्क ने कोतवाली में एफआईआर भी कराई थी। माना जा रहा है कि यह कार्यवाही उसी प्रकरण से जुड़ी हो सकती है।

बीएसए ऑफिस में तैनात बाबू ब्रज राज का झगड़ा भी हो चुका है। जिसको लेकर क्लर्क ने कोतवाली में एफआईआर भी कराई थी। माना जा रहा है कि यह कार्यवाही उसी प्रकरण से जुड़ी हो सकती है
12 दिन पहले भी पहुंची थी टीम
मुकद्दमा दर्ज होने के बाद एंटी करप्शन यूनिट की टीम अब से 12 दिन पहले बीएसए ऑफिस पहुंची थी। लेकिन वहां न तो बीएसए मिले और न ही क्लर्क ब्रजराज। इसके बाद टीम ने बुधवार को डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह से अनुमति ली। जिसके बाद डीएम ऑफिस के दो क्लर्क ताराचंद और कपिल यदुवंशी टीम के साथ गए। जिसके बाद टीम और पुलिस कर्मी स्टेट बैंक चौराहा के चारों तरफ लग गए। जैसे ही बाबू ब्रजराज ने रुपए लिए टीम ने उन्हें पकड़ लिया। एंटी करप्शन टीम में कल्पना गौतम,सुबोध कुमार,पूजा शर्मा,संजय राय,राज किशोर आदि थे। वहीं लिपिक ब्रजराज सिंह का आरोप है कि उनको फंसाया गया है यह सब उन्हीं शिक्षकों का काम है जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
