किशनगंज में बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद पटना से निबंधित एक मात्र मंदिर श्री काली मंदिर दिघलबैंक के जीर्णोधार और मंदिर संपत्ति पर अवैध कब्जा करने वाले लोगों से मुक्त कराने को लेकर जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
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काली मंदिर समिति धार्मिक न्यास पर्षद दिघलबैंक के सचिव गणेश कुमार सिंह ने अनुमंडल पदाधिकारी किशनगंज सह समिति के अध्यक्ष लतीफुर रहमान को पत्र लिख कर मंदिर कि 5 एकड़ 66 डिसमिल जमीन पर बसे दुकानदारों का किराया तय करने और मंदिर की संपत्ति पर अवैध कब्जा करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
न्यायालय में उपस्थित होने को लेकर आदेश जारी
बता दें कि दिघलबैंक श्री काली मंदिर समिति के बाजार के अलावा कई एकड़ भूमि कृषि की भी है, इस पर कुछ असामाजिक तत्वों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। आवेदन पत्र मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी ने अविलंब काली मंदिर कि भूमि पर कब्जा कर खेती करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की है।
भारतीय दंड विधान की धारा 144 के तहत एक्शन कर न्यायालय में उपस्थित होने का नोटिस निर्गत किया गया है। साथ ही आदर्श आचार संहिता की समाप्ति के बाद सभी दुकानदारों के साथ बैठक कर बाजार दर से राहत देते हुए दुकान का किराया तय करने कि बात कही है।
बताया जाता है कि दिघलबैंक काली मंदिर की करोड़ों रूपए की संपत्ति यानी बाजार की भूमि और कई एकड़ खेती योग्य भूमि है। इसको निजी संपत्ति बताकर कुछ असामाजिक तत्व दुकानदारों को डरा धमका कर अवैध उगाही कर रहे थे।
बिहार धार्मिक न्यास पर्षद में निबंधित होने के बाद श्री काली मंदिर समिति दिघलबैंक के अध्यक्ष किशनगंज के अनुमंडल पदाधिकारी है। इसके सचिव गणेश कुमार सिंह की ओर से जिला प्रशासन को अवगत कराने के बाद अब मंदिर की भूमि और संपत्ति को अवैध कब्जाधारियों से छुड़ाने के साथ ही साथ कार्रवाई प्रारंभ की गई है।