बाड़े में मृत पड़ीं बकरियां, मौके पर पड़ताल करती पुलिस और मिट्टी में पंजो के निशान
झांसी के रक्सा थाना क्षेत्र के गांव सिजवाह में आदमखोर जानवर ने रात के अंधेरे में बकरियों पर हमला कर दिया। वह बाड़े में बंधीं आठ बकरियों का पेट खा गया जबकि, चार को बुरी तरह घायल कर दिया। सुबह बकरियों के मालिक ने देखा तो पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। अ
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सिजवाह गांव के करौली माता मंदिर के पीछे राजाराम प्रजापति और प्रकाश प्रजापति के मकान हैं। घर के पास ही उन्होंने बाड़ा बनाकर बकरियां पाल रखी हैं। राजाराम ने बताया कि सोमवार की शाम को उनकी मां ने बकरियों को बाड़े में बांधा था। मंगलवार की सुबह जब बकरियों को चारा डालने के लिए वह जब बाड़े में पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। उनकी 12 बकरियां जमीन पर पड़ी थीं। जिनमें से 8 बकरियों के पेट किसी जानवर ने नोचकर खा लिया था, वहीं चार बकरियों के शरीर और गले पर जख्म थे और वह दर्द से तड़प रही थीं। यहां शोर सुनकर गांव के अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद वन विभाग के अधिकारियों को भी बुलाया गया। पड़ताल करने पर बाड़े के पास पंजों के निशान मिले हैं। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि बकरियों पर लकड़बग्घा हमला किया है।
बकरियों का पेट और गले को बुरी तरह नोचा
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि ये पहली बार है कि जब उनकी बकरियों पर इस प्रकार से किसी आदमखोर जानवर ने हमला किया है। बताया कि इसी वजह से वह लोग बहुत अधिक सुरक्षा के उपाय नहीं करते। लेकिन बकरियों की इतनी बुरी हालत देखकर वह दहशत में हैं। अज्ञात जानवर ने बकरियों के पेट और गर्दन के हिस्से को ही नोचा है।
पंजों से पता लगा रहा वन विभाग
एक साथ 12 बकरियों पर हमला करने वाले अज्ञात जानवर के वार से ग्रामीणों से लेकर वन विभाग और पुलिस हैरान है। पीड़ित परिवार ने बकरियों को मार डालने वाले जानवर का पता लगाने के लिए उसके निशान तलाशे तो उन्हें पंजों के गहरे निशान मिले। इन पंजों के निशान को ग्रामीणों ने मिटने से बचाने के लिए उन्हें प्लास्टिक के तसले से ढक कर रखा है। वन विभाग की टीम ने यहां पहुंच कर इन निशानों का माप किया साथ ही आदमखोर जानवर बाल भी सैम्पल के लिए मौके से एकत्र किए हैं।