A jackal was seen in the fields of Satwada, the farmer thought it was a leopard and ran away | सतवाड़ा के खेतों में दिखा सियार, किसान लेपर्ड समझकर भागा: चार दिन पहले ठीकरिया में 6 जनों को किया था घायल, अभी पकड़ से दूर – Tonk News

खेत में विचरण करते इस जंगली जानवर को लेपर्ड समझकर किसान डर गया और खेत की हंकाई करे बिना ही घर लौट गया। DFO ने इसे सियार बताया है।

दूनी तहसील क्षेत्र के ठीकरिया कला गांव में 6 लोगों पर हमला करके भागा संभावित लेपर्ड पांचवें दिन शनिवार को पकड़ में नहीं आया है, लेकिन आज सुबह हंकाई करने गए किसान को सतवाड़ा के खेत में चहल कदमी करता हुआ लेपर्ड जैसा जानवर दिखा तो वह डर गया और बिना हंकाई

.

बहरहाल जंगली जानवरों की मौजूदगी आबादी के पास देख लोग घबराए हुए है। पांचवें दिन भी ठीकरिया में लोगों पर हमला कर भागा लेपर्ड वन विभाग की टीम की गिरफ्त में नहीं आने से लोग भयभीत है। लोग खेतों की ओर नहीं जा रहे है। इससे उनका खेतीबाड़ी का कामकाज काफी प्रभावित हो रहा है।

ज्ञात रहे कि मंगलवार शाम करीब 4 बजे खेत पर काम कर रहे पति-पत्नी समेत छह जनों को लेपर्ड ने हमला कर घायल कर दिया था। उसके बाद लोगों में चींख पुकार मच गई। लोग इधर-उधर भाग छूटे। घायलों को परिजन दूनी और टोंक अस्पताल में इलाज के लिए ले गए है । इनके से पत्नी को जयपुर रैफर किया है।

सतवाड़ा के खेतों की ओर लेपर्ड को पकड़ने के लिए लगा रखा पिंजरा।

सतवाड़ा के खेतों की ओर लेपर्ड को पकड़ने के लिए लगा रखा पिंजरा।

उस समय ग्रामीणों ने आशंका जताई थी कि हमला करने के बाद लेपर्ड पास ही गन्ने के खेत में चुप गया। उसके बाद इसकी सूचना मिलने पर घाड़ थाना पुलिस, देवली एसडीएम, दूनी तहसीलदार, वन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी ली। लेपर्ड को पकड़ने के लिए पिंजरा, कैमरे लगाये हुए है। रोजाना ड्रोन उडाया जा रहा है।

हाई क्वालिटी के इस ड्रोन से करीब आठ किमी तक लेपर्ड को तलाशा जा रहा है। इसी बीच गुरुवार को लेपर्ड जैसा जानवर सतवाड़ा के खेतों में घाड़ की ओर छत पर गई महिला को दिखाई दिया था। उसकी सूचना पर ग्रामीणों ने पुलिस और वन विभाग की टीम को बुलाया है । टीम को उसके पगमार्क मिलने के बाद उसकी मौजूदगी साबित हुई। उसके बाद से उस क्षेत्र में वन विभाग की टीम पड़ाव डाल रखी है। उसे पकड़ने के लिए पिंजरा रख रखा हैं। उसमें उसके लिए शिकार करने के लिए शिकार भी रख रखा है। लेकिन अभी तक लेपर्ड पकड़ में नहीं आया है।

लेपर्ड को पकड़ने के लिए लगा रखा हाई क्वालिटी का कैमरा

लेपर्ड को पकड़ने के लिए लगा रखा हाई क्वालिटी का कैमरा

किसान ने 50-60 मीटर दूर से देखा लेपर्ड जैसा जानवर:

सतवाड़ा के किसान तोलाराम गुर्जर ने बताया कि वह आज सुबह करीब साढ़े छह बजे खेत की हंकाई करने गया था। खेत से करीब 50-60 मीटर दूर ही था कि अचानक लेपर्ड जैसा जानवर दिखाई दिया। उसे एकदम से देखकर डर गया

लेकिन फिर मैने हिम्मत करके फोटो लिया, ताकि लोगों और प्रशासन को यकीन हो जाए कि उनके क्षेत्र में बड़ा जानवर है। फिर ट्रैक्टर को धीरे-धीरे बैक में लेकर घर आ गया। उसके बाद लोगों और वन विभाग को अवगत कराया।

DFO मरियन ए शाहीन ने बताया कि किसान को दिखा जानवर लेपर्ड नहीं है। वह सियार है। जो घूमता रहता है। वह लोगों पर हमला नहीं करता है। फिर भी संभावित लेपर्ड को पकड़ने के लिए टीम लगी हुई है। हाई क्वालिटी के कैमरे लगा रखे हैं। रोजाना ड्रोन उडाया जा रहा है ।

इनपुट: अविनाश मीना, घाड़।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *