A flood of faith in two Kavad Yatras in Shajapur | शाजापुर में दो कावड़ यात्राओं में आस्था का सैलाब: एक उज्जैन से शाजापुर पहुंची, दूसरी नैनावद की ओर रवाना; 50 से ज्यादा श्रद्धालु शामिल – shajapur (MP) News

श्रावण माह के प्रारंभ के साथ शाजापुर में कावड़ यात्राएं चल रही हैं। सोमवार को दो अलग-अलग कावड़ यात्राओं का नगरवासियों और जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया।

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पहली महाकाल कावड़ यात्रा उज्जैन की मां शिप्रा नदी से जल लेकर शाजापुर पहुंची। इसमें 50 से अधिक कावड़ यात्री शामिल हैं। मां राजराजेश्वरी मंदिर प्रांगण में विधायक अरुण भीमावत, नगर पालिका उपाध्यक्ष संतोष जोशी और भाजपा नगर अध्यक्ष आशीष नागर ने पुष्प वर्षा और जलपान से यात्रियों का स्वागत किया।

यात्रा के सदस्य संस्कार यादव के अनुसार, यह यात्रा 2004 से निरंतर जारी है। कावड़िए रोजाना 30-35 किलोमीटर पैदल चलते हैं। यात्रा 12 जुलाई को उज्जैन से शुरू हुई। यह 20 जुलाई को सिरोंज के बाबा विश्वनाथ देवपुर मंदिर में जलाभिषेक के साथ समाप्त होगी। सोमवार को यात्रा के तीसरे दिन कावड़िए शाजापुर से सारंगपुर के लिए रवाना हुए।

दूसरी कावड़ यात्रा मंगलनाथ सेवा समिति द्वारा शाजापुर के मंगलनाथ मंदिर से निकाली गई। यह यात्रा उज्जैन जिले के नैनावद स्थित महाकाल मंदिर जाएगी। यात्री 15 किलोमीटर की पदयात्रा कर बाबा महाकाल का जलाभिषेक करेंगे। शहर में विभिन्न स्थानों पर इस यात्रा का स्वागत किया गया।

राशि अनुसार शिव पूजा से दूर हो सकती हैं परेशानियां

सावन भगवान शिव की आराधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस महीने में विधिपूर्वक की गई शिव पूजा न केवल जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लेकर आती है, बल्कि नकारात्मक विचारों को भी दूर करती है। विशेष रूप से उन लोगों के लिए ये महीना अत्यंत फलदायक है, जिनकी कुंडली में ग्रह दोष हैं।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, राशि के अनुसार अगर शिव की उपासना की जाए, कुंडली के दोषों का प्रभाव कम हो सकता है। जानिए सभी 12 राशियों के लिए शिव पूजा की विधि…

  • मेष राशि – इस राशि के लोगों को शिवलिंग पर कच्चा दूध एवं दही अर्पित करना चाहिए। कर्पूर जलाकर आरती करें और इसके बाद दूध-दही का दान करें। ऐसा करने से जीवन में सकारात्मकता आती है।
  • वृषभ राशि – वृषभ राशि के लोग गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें और पूजा में इत्र अर्पित करें। गन्ने के रस का दान करने से पारिवारिक जीवन में मिठास एवं समृद्धि बढ़ती है।
  • मिथुन राशि – मिथुन राशि के लिए स्फटिक के शिवलिंग की पूजा अत्यंत लाभदायक है। गुलाल, कुमकुम, चंदन और इत्र अर्पित करें ताकि जीवन में वैचारिक संतुलन और मानसिक शांति बनी रहे।
  • कर्क राशि – कर्क राशि के लोग शिवलिंग पर शुद्ध जल चढ़ाएं और चंदन का लेप करें। पुष्पों से श्रृंगार करें, मिठाई का भोग अर्पित करें तथा मंदिर में चंदन दान करें। इससे मन की स्थिरता और आत्मिक शांति प्राप्त होती है।
  • सिंह राशि – शिवलिंग को विभिन्न फलों के रस से स्नान कराएं। आंकड़े के पुष्प चढ़ाएं और मिठाई का भोग लगाएं। रोगियों को फलों का रस दान करें, इससे स्वास्थ्य और शक्ति की प्राप्ति हो सकती है।
  • कन्या राशि – कन्या राशि वाले जल में कर्पूर मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। धतूरा और आंकड़े के फूलों से शिवलिंग को सजाएं। बिल्व पत्र पर मिठाई रखकर भगवान को भोग लगाएं। ये आराधना बाधाओं को दूर करने में सहायक होती है।
  • तुला राशि – गंगाजल एवं गुलाब जल मिलाकर अभिषेक करें। पूजा के बाद गुलाब के इत्र का दान करें। ये उपाय वैवाहिक संबंधों में मधुरता और संतुलन की ओर प्रेरित करता है।
  • वृश्चिक राशि – वृश्चिक राशि के लोग जल में शहद और घी मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। इसके बाद पवित्र जल से अभिषेक करें और पूजा के बाद शहद का दान करें। ऐसा करने से विचारों में संतुलन आ सकता है।
  • धनु राशि – धनु राशि के लोग शिव जी का विधिवत अभिषेक करें। पूजा में मिठाई तथा काजू-बादाम का भोग लगाएं। बिल्व पत्र अर्पित करें और चावल की खीर का दान करें। ये पूजा शुभ अवसरों की प्राप्ति सुनिश्चित कर सकती है।
  • मकर राशि – मकर राशि के लोग शिवलिंग की विधिवत पूजा करें और अपनी क्षमता अनुसार गेहूं का दान करें। ऐसा करने से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।
  • कुंभ राशि – कुंभ राशि वाले शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करें और फिर विधिवत पूजन करें। जरूरतमंदों को काले तिल का दान करें, ऐसा करने से जीवन में स्थायित्व आता है।
  • मीन राशि – मीन राशि के लोग किसी मंदिर में पीपल के नीचे बैठकर ‘ऊँ नम: शिवाय’ मंत्र का जप करें। पूजा में बेसन के लड्डू का भोग अर्पित करें और अंत में चने की दाल का दान करें। ये पूजा आध्यात्मिक लाभ दे सकती है।

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