गुरुवार की रात पत्नी का शव निकाला गया था। जबकि आज पिता और बेटे के शव बरामद किए गए।
सूरत में आर्थिक तंगी से परेशान होकर एक दंपती ने बेटे के साथ तापी नदी में कूदकर जान दे दी। गुरुवार की रात पत्नी का शव निकाला गया था। जबकि आज पिता और बेटे के शव बरामद किए गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
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पत्नी भी मानसिक रूप से बीमार थी

कामरेज पुलिस थाने से मिली जानकारी के मुताबिक, हीरा फैक्ट्री में काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले विपुलभाई प्रजापित मूल रूप भावनगर के रहने वाले थे। वे चौक बाजार क्षेत्र में पत्नी और बेटे के साथ रहते थे। हीरा व्यवसाय में मंदी और शेयर मार्केट में मंदी के चलते वे आर्थिक संकट में थे। वहीं, पत्नी सरिताबेन भी मानसिक रूप से बीमार थी। इन्हीं समस्याओं से तंग आकर उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
स्थानीय नागरिक ने देखा था नदी में कूदते

एक स्थानीय नागरिक ने कामरेज पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम को सूचना दी थी कि उसने दूर से एक शख्स को नदी में कूदते देखा था। सूचना मिलने पर पुलिस और फायर की टीम मौके पर पहुंची। करीब एक घंटे सर्च के बाद सरिताबेन का शव निकाला गया। आशंका है कि माता-पिता ने पहले बेटे को नदी में फेंका और इसके बाद खुद नदी में कूद गए।
देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया। फिर आज सुबह फिर शुरू किए सर्च ऑपरेशन में विपुलभाई और उनके 10 वर्षीय बेटे व्रज के शव बरामद किए गए। ब्रिज से पुलिस ने पहले ही विपुलभाई की बाइक और तीनों के जूते-चप्पल बरामद कर लिए थे।


