जोलवा में स्थित फैक्ट्री से करते थे सप्लाई, पहले भी पकड़े जा चुके हैं नकली उत्पाद।
सूरत पुलिस और मनपा की टीम ने हाल ही में नकली घी और पनीर के खिलाफ अभियान चलाया था, जिसमें 65 लाख रुपए का संदिग्ध घी जब्त किया गया था। अब इस मामले में पुलिस की कार्रवाई सूरत जिले के जोलवा गांव तक पहुंच गई है। जहां एक फैक्ट्री के गोदाम से 14 लाख रुपए का
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माना जा रहा है कि इस फैक्ट्री से शहर और जिले में घी की सप्लाई की जाती थी। पुलिस को शक है कि घी में मिल्क फैट की जगह कलर और वनस्पति एसेंस मिलाया जा रहा था। इस संदेह के चलते घी के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। लैब रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
10 साल से नकली घी बन रहा था फैक्ट्री में उमाराम माली अपनी जोलवा स्थित फैक्ट्री में घी तैयार कर सूरत में सप्लाई करता था। वह 10 वर्षों से पूजा में उपयोग होने वाले दीया और अगरबत्ती के लिए घी बना रहा था। खाद्य घी का उत्पादन 5 वर्षों से कर रहा था। एक साल पहले भी पुलिस ने उसकी फैक्ट्री पर छापा मारकर 24 लाख का नकली घी जब्त किया था। 29 जनवरी को 65 लाख का संदिग्ध घी बरामद किया गया था।
कई ब्रांड के अलग-अलग साइज के जार, टिन और पैकेट जब्त गौरतलब है कि कुछ दिन पहले सूरत के पूना और सारोली इलाकों में स्थित तीन स्टोर्स पर पुलिस और मनपा की टीम ने छापा मारा था, जहां से 65 लाख रुपए का संदिग्ध घी बरामद हुआ था। पुलिस ने नारायण कॉम्प्लेक्स (परवत पाटिया) और राजपुरोहित ट्रांसपोर्ट नगर में छापेमारी कर यह घी जब्त किया था। यह घी शिव शक्ति फूड्स एंड डेयरी प्रोडक्ट्स के मालिक उमाराम मीठालाल माली द्वारा सप्लाई किया जा रहा था। इस दौरान हरे कृष्णा प्रीमियम काऊ घी, गौरी गीर प्रीमियम क्वालिटी काऊ घी और देशी काऊ घी नामक ब्रांड के अलग-अलग साइज के जार, टिन और पैकेट बरामद किए गए थे। पुलिस ने कुल 10,380 लीटर घी, जिसकी कीमत 65.13 लाख रुपए थी। जब्त कर लैब में भेजा था।
कुछ दिन पहले नकली साबुन और सफाई वाला लिक्विड बरामद हुआ था सूरत जिले में नकली और मिलावटी खाद्य पदार्थों का धंधा तेजी से बढ़ता जा रहा है। बीते दिनों पुलिस ने नकली साबुन और सफाई लिक्विड तक जब्त किए थे। अब हाल ही में सूरत शहर में पकड़े गए संदिग्ध घी की जांच जोलवा गांव तक पहुंची, जहां पलसाणा तहसील के जोलवा इंडस्ट्रियल एरिया स्थित शिव शक्ति फूड एंड डेयरी प्रोडक्ट्स नामक फैक्ट्री में छापा मारा गया। पुलिस ने इस दौरान 14.48 लाख रुपए का संदिग्ध घी बरामद किया। यह घी बिना लेबल वाले टिन, डिब्बों और पैकेटों में भरा हुआ था। पुलिस और एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) टीम ने घी के सैंपल लेकर लैब भेज दिए हैं।
बाजार में 375 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा था घी पूना, सारोली और अब जोलवा से जब्त किए गए घी के बारे में पुलिस को संदेह है कि इसमें मिल्क फैट की जगह कलर और वनस्पति एसेंस मिलाया जा रहा था। यह घी बाजार में 375 रुपए प्रति किलो तक की दर पर बेचा जा रहा था। हालांकि, लैब रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि इसमें कितनी मिलावट की गई थी। घी के सैंपल वडोदरा की लैब में भेजे गए हैं। फिलहाल, पुलिस ने इस मामले में जानकारी दर्ज कर ली है और जांच जारी है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।