लखनऊ में डालीगंज स्थित मुमताज पीजी कॉलेज में ऑल इंडिया मुस्लिम इंटेलेक्चुअल समिति की ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मौलाना सैयद मोहम्मद राबे हसनी नदवी के जीवनी और कार्यों को लेकर सेमिनार का आयोजन किया। जिसमें दारुल उलूम नदवा के
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सेमिनार को संबोधित करते हुए इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर वसीम अख्तर ने कहा कि प्रख्यात इस्लामी विद्वान और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी का लंबी बीमारी के बाद 94 वर्ष में निधन हुआ । यह खबर जब लोगों को मिली तो उनके तमाम चाहने वाले गम में डूब गए। प्रोफेसर वसीम अख्तर ने कहा कि मौलाना राबे हसनी सबको साथ लेकर चलने वाले व्यक्ति थे, ये बात उन्हें दूसरे धर्म गुरुओं से खास बनाती है।
सेमिनार को संबोधित करते हुए पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री डॉ अम्मार रिजवी
दुनिया के 500 प्रभावशाली मुसलमानों में शामिल थे
वसीम अख्तर ने कहा कि मौलाना मुस्लिम लीग के संस्थापक सदस्य रहे हैं और दुनिया के 500 सबसे प्रभावशाली मुसलमानों में उनका नाम आता था। मौलाना ने हमेशा मानवता का संदेश दिया । क्रोध और हिंसा से दूर रहने धैर्य के साथ आगे बढ़ाने की लोगों को सलाह देते थे। ट्रिपल तलाक और बाबरी मस्जिद जैसे जटिल सियासी और सामाजिक मुद्दों पर मौलाना ने जिस तरीके से अपनी बात रखी उसको लोगों ने अपनाया और कहीं किसी ने विरोध नहीं किया। मौलाना के जाने से सिर्फ लखनऊ या हिंदुस्तान में नहीं बल्कि पूरे विश्व में जहां शिक्षित और सामाजिक लोग हैं सबको मायूसी हुई।
सेमिनार में बड़ी संख्या में लोग हुए शामिल
मौलाना की शिक्षा समाज के सभी लोगों के लिए थी
उत्तर प्रदेश के पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री डॉ अम्मार रिजवी ने मौलाना राबे हसन नदवी के बारे में बयान देते हुए कहा कि जब वह उत्तर प्रदेश सरकार में हम कैबिनेट मिनिस्टर थे और सऊदी अरब से मुस्लिम धर्म गुरुओं का डेलिगेशन नदवा आ रहा था उस समय उनकी मुलाकात मौलाना से हुई और उसके बाद फिर मिलने का सिलसिला लगातार जारी रहा। डॉ अम्मार रिजवी ने कहा कि मौलाना राबे हसनी नदवी ने सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में जो कार्य किया है उसकी चर्चा हिंदुस्तान समेत पूरे विश्व में है। डॉ अम्मार रिजवी ने कहा कि मेरा सब को यही संदेश है कि मौलाना ने जो किताबें लिखी और जो बातें बताई अगर उसको हम पूरी तरीके से अपने जीवन में शामिल कर ले तो हमारा समाज शिक्षा की एक नई बुलंदी पर होगा और देश में अखंडता और एकता को शक्ति मिलेगी।
सेमिनार में अतिथियों को किया गया सम्मानित