Hariyali Teej on 7th August Wednesday, significance of teej fast, Goddess Parvati and Lord Shiva story, shiv parvati puja vidhi | बुधवार को हरियाली तीज: सुख-समृद्धि और सौभाग्य की कामना से किया जाता है हरियाली तीज व्रत, देवी पार्वती को चढ़ाएं सुहाग का सामान

  • Hindi News
  • Jeevan mantra
  • Dharm
  • Hariyali Teej On 7th August Wednesday, Significance Of Teej Fast, Goddess Parvati And Lord Shiva Story, Shiv Parvati Puja Vidhi

5 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

बुधवार, 7 अगस्त को सावन शुक्ल तीज है। इस दिन हरियाली तीज का व्रत किया जाता है। तृतीया तिथि की स्वामी देवी मानी गई हैं। इस वजह से तीज पर देवी पार्वती की विशेष पूजा और व्रत करने की परंपरा है। तीज पर देवी पार्वती को सुहाग का सामान जैसे लाल चुनरी, लाल चूड़ियां, लाल फूल, कुमकुम, बिंदिया, सिंदूर आदि चीजें चढ़ानी चाहिए।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, हरियाली तीज पर देवी पार्वती की पूजा करें और पूजा में मौसमी फलों का खासतौर पर भोग लगाएं। पौराणिक कथा है कि माता पार्वती ने शिव जी को पति रूप में पाने के लिए सावन महीने से ही कठोर तपस्या शुरू की थी। देवी के तप से प्रसन्न होकर शिव जी प्रकट हुए थे और हरियाली तीज तिथि पर ही देवी को मनचाहा वर दिया था। इसी तिथि पर शिव जी ने देवी को पत्नी रूप में अपनाने का वरदान दिया था। मान्यता है कि जो महिलाएं हरियाली तीज व्रत पूरे विधि-विधान से करती हैं, उनके घर में सुख-समृद्धि और सौभाग्य बना रहता है।

ऐसे मना सकते हैं हरियाली तीज

सुहागिन महिलाओं और कुंवारी कन्याओं के लिए ये एक महाव्रत की तरह है। कन्याएं मनचाहा वर पाने की कामना से ये व्रत करती हैं। इस दिन सोलह श्रृंगार करके भगवान गणेश, शिव और देवी पार्वती की विशेष पूजा करनी चाहिए।

जो महिलाएं ये व्रत कर रही हैं, उन्हें दिनभर निर्जल रहना पड़ता है। निर्जल यानी महिलाएं पूरे दिन पानी भी नहीं पीती हैं। पूरे दिन पूजा-पाठ और मंत्र जप किया जाता है। अगले दिन यानी चतुर्थी तिथि पर सुबह स्नान के बाद फिर से शिव-पार्वती की पूजा की जाती है और फिर ये व्रत पूरा होता है।

तीज व्रत से जुड़ी खास बातें

तीज व्रत करने वाली महिलाएं मिट्टी से शिव-पार्वती की मूर्ति बनाकर पूजा करती हैं।

हरियाली तीज पर महिलाएं पूजा-पाठ के साथ ही झूला भी झूलती हैं। सावन के गीत, शिव-पार्वती के भजन गाती हैं।

इस तीज पर सार्वजनिक जगहों पर पौधे भी लगाने चाहिए और इन पौधों की देखभाल करने का संकल्प लेना चाहिए।

जरूरतमंद महिलाओं को सुहाग की चीजें दान करनी चाहिए।

किसी गौशाला में गायों की देखभाल के लिए धन का दान करें।

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *