उत्तर प्रदेश से धौलपुर की सीमा पार कर मध्य प्रदेश की ओर जाते कांवड़िये।
कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। इस बार कांवड़ यात्रा को लेकर कई विवाद भी सामने आए हैं। इस बीच धौलपुर कलेक्टर का एक आदेश काफी चर्चा में है। इसमें कांवड़ ले जाने वाले यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें लिखा गया है कि इस दौरान डीजे और ला
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हालांकि कलेक्टर की ओर से इसे राज्य सरकार के नियमों का हवाला बताया गया है, लेकिन इसे लेकर स्थानीय बजरंग दल के नेताओं ने विरोध भी शुरू कर दिया है। आदेशों में ये भी लिखा है कि कांवड़ यात्री तलवार-डंडे, स्टीक या फिर बेसबॉल आदि लेकर साथ में नहीं चल पाएंगे।

धौलपुर में आगरा- मुंबई हाईवे से गुजरते कांवड़ यात्री।
27 किलोमीटर की सीमा लगी है यूपी और एमपी के बीच
सावन महीने में उत्तर प्रदेश के सोंरोजी और उत्तराखंड के हरिद्वार व कर्णप्रयाग से बड़ी संख्या में लोग कावड़ लेकर अपने-अपने क्षेत्र में स्थित भोले बाबा के मंदिरों पर पहुंचाते हैं। मध्यप्रदेश जाने वाले कांवड़ यात्री धौलपुर से होकर गुजरते हैं। इस कारण सावन महीने में आगरा-मुंबई हाईवे पर बड़ी संख्या में कांवड़िये देखे जा सकते हैं। यूपी और एमपी के बीच करीब 27 किलोमीटर का हिस्सा धौलपुर जिले की सीमा को लगता है। इसमें सबसे पहले उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर स्थित बरैठा चौकी आती है। इसके बाद मनियां थाना, सदर थाना, निहालगंज थाना, ट्रैफिक पुलिस, कोतवाली थाना क्षेत्र आता है। सबसे अंत में मध्य प्रदेश बॉर्डर पर स्थित सागर पाड़ा चौकी लगती है, जिन्हें पार करने के बाद कांवड़िए मध्य प्रदेश की ओर निकलते हैं। इन आदेशों के अनुसार कांवड़ यात्री को इस 27 किलोमीटर की सीमा में जारी किए सभी आदेश की पालना करनी होगी।

उत्तर प्रदेश से राजस्थान में घुसने पर सबसे पहले मनियां थाना इलाका लगता है।
बजरंग दल ने किया आदेश का कड़ा विरोध
कलेक्टर के आदेशों को लेकर बजरंग दल के सहसंयोजक राम शर्मा ने बताया- कावड़ यात्री अपनी सुरक्षा के लिए लाठी और डंडे लेकर चलते हैं। कावड़ यात्रियों के पास लाठी और डंडों को बैन किए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए बजरंग दल सह संयोजक ने बताया कि रात के समय कावड़ यात्रियों से असामाजिक तत्वों द्वारा अभद्रता की जाती है। ऐसे में उनसे बचने के लिए यात्री अपने साथ लाठी-डंडे रखते हैं। कलेक्टर की आदेशों का विरोध करते हुए बजरंग दल ने कहा है कि अगर प्रशासन कावड़ यात्रियों को पुख्ता सुरक्षा मुहैया कराता है तो प्रशासन के आदेश सर्वमान्य है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कावड़ यात्री खुद अपनी सुरक्षा के साथ निकल रहे हैं। उनकी सुरक्षा के लिए अभी तक कोई भी इंतजाम नहीं दिखे हैं।
डीजे और लाउड स्पीकर पर बैन
यात्रा के दौरान अपने साथ हॉकी, बेसबॉल, स्टिक, तलवार, नुकीले भाले, लाठी, डंडे इत्यादि लेकर न आएं। यात्रा के समय मादक पदार्थों का सेवन न करें। कांवड़ की ऊंचाई 7 फीट से अधिक न रखें। रेलगाड़ी और अन्य वाहनों की छतों पर यात्रा न करें। पुलों से छलांग लगाकर स्नान न करें। कांवड़ में डीजे और लाउड स्पीकर आदि का प्रयोग न करें। संदिग्ध या लावारिस वस्तुओं को न छुएं, इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें। किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें, और न ही फैलाएं। प्लास्टिक व प्लास्टिक से बने उत्पादों का प्रयोग न करें। यात्रा के दौरान अपनी बाइक का साइलेंसर उतारकर न चलाएं।

सबसे अंत में मध्य प्रदेश बॉर्डर पर स्थित सागर पाड़ा चौकी लगती है।
आदेश के अनुसार कांवड़ यात्रा के दौरान क्या करें
हरिद्वार से आने वाले पैदल कांवड़ यात्री कांवड़ पटरी का ही प्रयोग करें। कांवड़ यात्री अपना पहचान-पत्र, आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस अवश्य साथ रखें। यात्री अपना वाहन निर्धारित पार्किंग में ही पार्क करें अन्यथा एमवी एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। यात्री अराजक तत्वों से सावधान रहें। वाहन में बैठे कांवड़ यात्रियों की सूची और यात्रा विवरण अपने वाहन में अवश्य लगाएं। निर्धारित घाटों पर ही स्नान करें, अन्यत्र स्नान करने पर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
इलाके की पुलिस करेगी कार्रवाई
राज्य सरकार की एडवाइजरी के बाद राज्य की सीमा में कावड़ियों के साथ चलने वाले डीजे पर रोक के साथ लाठी-डंडे, नुकीले हथियार लेकर चलने वालों के खिलाफ संबंधित इलाके की चैक पोस्ट और पुलिस कार्रवाई करेगी।
-श्रीनिधि बीटी, कलेक्टर धौलपुर