{ राजस्थान शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष श्यामसुंदर शर्मा ने बताया कि बजट से कर्मचारियों में निराशा है। 80 लाख से ऊपर एनपीएस कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की आशा कर रहे थे। कर्मचारी करमुक्त आय की सीमा 5 लाख करने, 5 से 10 लाख तक की आय पर 5 प्रतिशत टैक्स की आशा कर रहे थे। {राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ कोटा के पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज धलवासिया ने कहा कि केंद्रीय वित्त बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखते हुए ग्रामीण क्षेत्र के विकास के साथ उद्योग स्थापित करने सहित सभी वर्गों का ध्यान रखते हुए भारत सरकार के द्वारा बजट की घोषणा सराहनीय है। {वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के मंडल सचिव अब्दुल खालिक ने बताया कि बजट से रेल कर्मचारियों में निराशा का माहौल है। शिक्षा : युवाओं की स्किल डेवलप होगी {मोशन एजुकेशन के संस्थापक नितिन विजय ने कहा कि शिक्षा के लिए 1.48 लाख करोड़ का बजट रखा, जो पिछली बार से 32% ज्यादा है। {प्राइवेट स्कूल वेलफेयर सोसायटी के महासचिव संजय शर्मा ने बताया कि पीएम इंटर्नशिप योजना में भत्ता बढ़ाना सराहनीय है। {जय मीनेश विवि के सहायक आचार्य डॉ. अनुज विलियम्स ने कहा कि यूजीसी के लिए वित्तपोषण में कमी से उच्च संस्थानों के विकास की गति धीमी होगी। {सीए ब्रांच चेयरमैन प्रकाश चौधरी ने बजट को मिला-जुला बताया। जहां पर कुछ क्षेत्र में टैक्स की दरों में बढ़ोतरी की गई, वहीं कुछ क्षेत्रों के टैक्स में कमी कर राहत दी गई। {होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा संभाग अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने आम बजट को देश के इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने वाला बताया। {लघु उद्योग काउंसिल के अध्यक्ष एलसी बाहेती ने कहा िक किसानों की एमएसपी को कानूनी दर्जा देने की मांग की अनदेखी की गई है। {खुदरा किराना विक्रेता संघ के शहर जिला उपाध्यक्ष जयदेव सुखेजा ने इस बजट को व्यापारियों को लाभ पहुंचाने वाला बताया। {इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी अध्यक्ष राजेश बिरला ने कहा कि बजट में देश के हर वर्ग और समूहों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की है। {सहकारी भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने बजट को आत्मनिर्भर भारत का आधार व दूरदर्शी बताया। {डिवीजनल चैंबर ऑफ कॉमर्स ऑफ इंडस्ट्री के अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा कि एमएसएमई पर ध्यान केंद्रित करना स्वागत योग्य कदम है। {डॉ. केके कटियाल ने हेल्थ सेक्टर में 89287 करोड़ रुपए को प्रावधान को सराहा। {अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष दूलीचंद बोरदा ने बजट किसान विरोधी बताया। कहा कि उपज की एमएसपी के बारे में कोई घोषणा नहीं की गई है। {लायंस क्लब अध्यक्ष प्रमोद विजय ने कहा कि बजट विकासोन्मुखी, समावेशी और जनकल्याणकारी है।