बड़वानी के अंजड नगर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने शनिवार रात 9 बजे गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया। जिसमें कई स्वयं सेवकों ने उपस्थित होकर भगवा ध्वज का पूजन किया। इस अवसर पर शाखा लगाकर ध्वज वंदना की गई और सामूहिक गान के बाद सभी स्वयं सेवकों ने भगवा ध्वज क
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बता दें कि आरएसएस द्वारा नगर को चार बस्तियों में विभाजित किया गया है, जिसमें सुभाष बस्ती, शिवाजी बस्ती, महाराणाप्रताप बस्ती और आजाद बस्ती शामिल हैं। जिसमें शनिवार रात 9 बजे सभी चारो बस्तियों का अलग-अलग स्थानों पर गुरुपूर्णिमा उत्सव मनाया व चारों बस्तियों में बौद्धिक का आयोजन भी हुआ।
जिसमें सुभाष बस्ती में अंजड व राजपुर खण्ड प्रचारक राकेश मराठा, शिवाजी बस्ती में अंजड खण्ड के खण्ड संघचालक धर्मेंद्र जैन, महाराणा प्रताप बस्ती में विभाग कार्यवाह राजेश गुप्ता और आजाद बस्ती में भूपेंद्र भार्गव ने अपने-अपने बौद्धिक देते हुए संघ की स्थापना, संघ के प्रमुख कार्य, संघ का उद्देश्य आदि पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि अगले साल 2025 में संघ की स्थापना को 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं और संघ 2025 को शताब्दी वर्ष के रूप में मनाएगा।
संघ के संस्थापक डॉक्टर केशव बलिराम हेडगवार जी ने समग्र हिन्दू समाज को एकत्रित करने के लिए 1925 में संघ की स्थापना की थी। संघ तत्व पूजा करता है, व्यक्ति पूजा नहीं। व्यक्ति शाश्वत नहीं, समाज शाश्वत है। अपने राष्ट्रीय समाज को, सम्पूर्ण समाज को, सम्पूर्ण हिन्दू समाज को राष्ट्रीयता के आधार पर मातृभूमि के आधार पर संगठित करने का कार्य राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कर रहा है। इस नाते किसी व्यक्ति को गुरु स्थान पर न रखते हुए भगवा ध्वज को हमने अपना गुरु माना है। भगवा ध्वज त्याग और समर्पण का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि भारत पर जब-जब भी कोई आपदा आई हो, चाहे वो प्राकृतिक आपदा हो, आतंकी घटना हो या कोई बड़ी दुर्घटना हो तब-तब संघ हमेशा राष्ट्र के साथ खड़ा रहा और राष्ट्र निर्माण में स्वयं सेवक अग्रणी रहे।