Jaishankar rebuts Joe Biden’s ‘xenophobic’ remark: ‘India always open, welcoming’ | जयशंकर बोले- हमने हर धर्म-समाज के लोगों को अपनाया: बाइडेन ने कहा था- भारत प्रवासियों से नफरत करने वाला देश, इसलिए आर्थिक विकास में पिछड़ा


15 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने भारत को प्रवासियों से नफरत करने वाला देश बताया था। जयशंकर ने कहा, ‘भारत हमेशा से एक यूनीक देश रहा है। दुनिया के इतिहास को देखें तो हमने अलग-अलग समाज से आए लोगों को अपनाया है।’ जयशंकर ने बाइडेन के आरोपों का खंडन करने के लिए CAA का उदाहरण भी दिया।

उन्होंने कहा कि इस कानून (CAA) का मकसद उन लोगों को पनाह देना है जो मुसीबत में हैं। दरअसल, अमेरिका में एक चुनावी कैंपेन के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि भारत और चीन जैसे देशों की अर्थव्यवस्था में समस्याएं इसलिए हैं क्योंकि ये देश प्रवासियों से नफरत करने वाले हैं।

‘हमारी अर्थव्यवस्था पटरी पर है’
इकोनॉमिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में जयशंकर ने कहा, ‘सबसे पहले तो मैं ये साफ कर दूं की हमारी अर्थव्यवस्था में कोई समस्या नहीं है। हम दूनिया की तेजी से बढ़ती इकोनॉमीज में से एक हैं। दशक के अंत तक हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे।’

‘अमेरिका को प्रवासियों ने मजबूत किया’
अमेरिका में साल के अंत में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। अमेरिकी मीडिया हाइस CNN के मुताबिक बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रवासी वोटरों पर नजर है। ऐसे में प्रवासियों को रिझाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।

बाइडेन ने वॉशिंगटन में कहा था, ‘अमेरिका की अर्थव्यवस्था दूसरे देशों के मुकाबले तेजी से बढ़ रही है। इसकी एक वजह प्रवासी हैं। प्रवासियों ने हमें मजबूत किया है। बाइडेन ने कहा,’ हम प्रवासियों का स्वागत करते हैं।’

बाइडेन ने कहा था, ‘चीन की इकोनॉमिक ग्रोथ क्यों खराब है, जापान में समस्या क्यों हो रही है, रूस और भारत क्यों तेजी से विकास नहीं कर पा रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ये देश विदेशियों (प्रवासियों) से नफरत करते हैं। ये नहीं चाहते कि प्रवासी इनके देश में जाएं। जबकि प्रवासी हमें मजबूत बनाते हैं।’

ट्रम्प कहते हैं- प्रवासी अमेरिका में जहर घोल रहे
एक तरफ जहां बाइडेन प्रवासियों को अमेरिका के लिए वरदान बता रहे हैं। वहीं, उनके विपक्षी यानी डोनाल्ड ट्रम्प का मानना है कि प्रवासी अमेरिका में जहर घोल रहे हैं। ट्रम्प प्रवासियों को देश से निकालने के लिए अमेरिका में डिपोर्टेशन अभियान चलाना चाहते हैं।

चुनावी कैंपेन के दौरान उन्होंने कहा था, हमारे देश पर हमला हो रहा है। अगर मैं सत्ता में आया तो सभी जरूरी स्टेट, लोकल, फेडरल और मिलिट्री पावर का इस्तेमाल करके अमेरिका में अब तक का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन ऑपरेशन चलाऊंगा।

अमेरिका में गैर-कानूनी तरीके से घुस रहे भारतीय
अमेरिका में पिछले 11 सालों में भारतीय प्रवासियों की तादाद डेढ़ गुना ज्यादा हो गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2012 से 2022 के बीच मेक्सिको के जरिए अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले भारतीय प्रवासियों की संख्या में 100 गुना बढ़ोतरी हुई है।

साल 2012 में अमेरिका की कस्टम और बॉर्डर पेट्रोल पुलिस ने 642 ऐसे मामले दर्ज किए थे, जिनमें भारतीय प्रवासियों ने गैर कानूनी तरीके से मैक्सिको के जरिए अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश की थी। जबकि साल 2022-23 में ये संख्या बढ़कर 96,917 हो गई है। ​​​​​​

खबरें और भी हैं…



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *