मुंबई शेयर मार्केट में हुए धमाकों में युवक के पिता की भी मौत हो गई थी।
1993 में मुंबई ब्लास्ट के दौरान मुंबई के विरार इलाके में से एक युवक को तीन रिवॉल्वर मिली थी। तीनों रिवॉल्वर के साथ एसओजी ने एक युवक को शहर के लिम्बायत क्षेत्र में से गिरफ्तार किया है। युवक ने पिछले 31 साल से तीनों रिवॉल्वर अपने पास छिपाकर रखी हुई थी।
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शहर में आगामी दिनों में आयोजित होने वाली रथयात्रा को ध्यान में रखते हुए पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए कोई अप्रिय घटना न हो तथा शहर में अवैध हथियार रखकर जनता में भय फैलाने वाले टपोरी गिरोह पर नजर रखकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। जिसे लेकर एसओजी पुलिस की टीम शहर के अलग-अलग इलाकों में गश्त पर थी।
1.50 लाख की कीमत की तीनों रिवॉल्वर

इस दौरान मुखबिर से मिली ठोस जानकारी के आधार पर एसओजी ने लिम्बायत डुंभाल में स्थित अम्बिका अपार्टमेंट फ्लैट नंबर-3 में छापा मारा और मौके पर से आरोपी मेहुल नरेशचंद्र ठक्कर को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से बिना लाइसेंसी 1.50 लाख की कीमत की तीन रिवॉल्वर जब्त की गई और मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की है।
बम विस्फोट के दौरान थैला मिला था
पुलिस द्वारा आरोपी से रिवॉल्वर के बारे में पूछताछ करने पर यह जानकारी सामने आई कि वर्ष 1993 में वह अपने माता-पिता के साथ मुंबई के विरार इलाके में स्थित पुरषोत्तम पारेख मार्ग यूनिक अपार्टमेंट में रहता था। उस दौरान मुंबई शेयर मार्केट में बम विस्फोट हुआ था, उस समय उसके पिता की मौत हो गई।
मुंबई में सांप्रदायिक दंगे भी हुए थे। तभी उसे विरार रोड पर कपड़े का एक थैला मिला था। जिसमें तीनों रिवाल्वर थी। उसने तीनों रिवाल्वर अपने घर ले जाकर छिपा दिया। इसके बाद वर्ष 1995 में वह सूरत में रहने आ गया था। तभी से उसने सामान के अंदर तीनों रिवॉल्वर छिपा रखी थी। पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी के खिलाफ पूर्व में कोई आपराधिक मामला नहीं है। वह सब्जी बेचता है।