पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर के साथ CM मान और नए घर की छत पर काम करता कर्मी।
पंजाब के जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उप-चुनाव के लिए CM भगवंत मान ने जालंधर कैंट इलाके में एक मकान किराए पर लेने का फैसला किया है। उस मकान में शिफ्ट होने के लिए CM मान ने काम शुरू करवाया है।
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मकान के सामने से गुजरने वाली सड़क की मरम्मत कर दी गई है। अब मकान को फिनिशिंग टच देने का काम चालू है। CM की पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर और बहन मनप्रीत कौर भी उनके साथ इस मकान में रहने आएंगी। डेंटिंग-पेंटिंग पूरी होते ही CM मान दीप नगर स्थित उक्त मकान में शिफ्ट हो जाएंगे।
परिवार के साथ इसी बंगले में रहने वाले हैं CM भगवंत मान।
2027 तक रुकने का प्लान
उनका यह नया ठिकाना केवल उप-चुनाव तक एक महीने के लिए नहीं, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव तक रहेगा। जानकारी के अनुसार, CM मान सप्ताह में 3 दिन इसी घर में रहेंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि इससे वह दोआबा और मांझा क्षेत्र के नेताओं और लोगों के साथ नजदीकी संपर्क में रहेंगे।
इससे सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को भी बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि लोकसभा उप-चुनाव के दौरान CM मान और उनकी टीम होटलों में रुकी थी, लेकिन इस बार उप-चुनाव के लिए CM मान ने जालंधर में घर किराए पर लेने का फैसला किया है।
CM भगवंत मान के साथ उनकी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर और मां हरपाल कौर।
AAP के सबसे प्रमुख दावेदार भगत चुन्नी लाल
जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उप-चुनाव को लेकर AAP की तैयारियां जोरों पर हैं। राज्य में AAP की सरकार है और इस्तीफा देने वाले विधायक शीतल अंगुराल (अब भाजपा में) भी AAP से ही थे। उनके भाजपा में शामिल होने के बाद उक्त सीट पर उप-चुनाव होंगे।
14 जून से 21 जून तक सभी पार्टियां के नेता यहां से नामांकन भरेंगे। इसके लिए AAP के सबसे प्रमुख दावेदार विधानसभा क्षेत्र प्रभारी एवं भाजपा के पूर्व मंत्री भगत चुन्नी लाल के बेटे मोहिंदर भगत हैं। हालांकि, AAP के कई अन्य नेताओं ने भी उक्त सीट के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। इसमें जिला कोऑर्डिनेटर स्टीवन क्लेयर और जिला योजना कमेटी के चेयरमैन अमृतपाल सिंह का नाम शामिल है।
बीजेपी के छोड़कर आप में शामिल हुए थे मोहिंदर भगत। वेस्ट हलके से आप की टिकट केसबसे प्रमुख दावेदार भगत माने जा रहे हैं।
विधानसभा की 117 में से 92 सीटें जीती थी AAP
पंजाब विधानसभा में कुल 117 विधानसभा सीटें हैं। पिछला चुनाव मार्च 2022 में हुआ था, जिसमें AAP को 92 और कांग्रेस को 18 सीटें मिली थीं। जबकि, 7 सीटें अन्य दलों के खाते में गई थीं। उस चुनाव में AAP के कई ऐसे उम्मीदवार जीते जिन्हें राजनीति का कोई अनुभव भी नहीं था।