राजाजीपुरम में 11 केवी लाइन गिरने से बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि उस समय मौके पर कोई मौजूद नहीं था।
राजधानी लखनऊ में बिजली संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इंदिरा नगर, राजाजीपुरम , गोमती नगर, विकास नगर, ऐशबाग समेत शहर के 20 से ज्यादा इलाकों में लोग बिजली कटौती से परेशान रहे। यहां तक की नाराज लोगों ने इंदिरा नगर और राजाजीपुरम इलाके में हंगामा भी
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स्थानीय लोगों ने बताया कि राजाजीपुरम के लक्ष्मण विहार नियर जलालपुर फाटक के पास 11 केवी लाइन सड़क पर गिर गया। हालांकि उस दौरान कोई गाड़ी या व्यक्ति वहां से गुजर नहीं रहा था। इसकी वजह से बड़ा हादसा नहीं हुआ। स्थानीय निवासी एके पांडेय ने बताया कि मौके पर कई खंभे जर्जर अवस्था में है। यह कभी भी गिर सकते हैं और बड़े हादसे का रूप ले सकते हैं। इसकी शिकायत स्थानीय लोगों द्वारा एक्सईएन और एसडीओ से की गई है। लेकिन अधिकारी हादसे का इंतजार कर रहे है। उससे पहले यहां की स्थिति को ठीक किया जाए ऐसा संभव नहीं लगता है।
इंदिरा नगर में बिना सूचना बत्ती काटी
इंदिरानगर के शिवाजीपुरम में बिना सूचना ही बत्ती काट दी। इससे लोगों की नाराजगी बढ़ गई। परेशान लोगों ने जेई, एसडीओ से पूछताछ की तो पता चला कि क्षेत्र में एबीसी लाइन बिछाई जा रही है। इस पर लोग भड़क गये और भीषण गर्मी में बिजली बंद करने का विरोध करने लगे। स्थानीय निवासियों ने एक्सईएन से लेकर मुख्य अभियंता सुनील कपूर को फोन किया। उन्होंने एक्सईएन को निर्देश दिया कि सोसाइटी के लोगों को सूचित करके ही शटडाउन लेकर बिजली सप्लाई बंद करें।
![लोड ज्यादा होने की वजह से फॉल्ट बढ़ रहे है।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/06/04/new-project-2024-06-04t024503976_1717449369.jpg)
लोड ज्यादा होने की वजह से फॉल्ट बढ़ रहे है।
गोमती नगर नेहरू एन्क्लेव में लो वोल्टेज की समस्या
गोमतीनगर के नेहरू इन्क्लेव में सोमवार को रातभर बिजली कटौती व लो-वोल्टेज की समस्या रही। स्थानीय निवासी डा. अंबरीश शुक्ला, डा. अंजूवार्ष्णे य, संगीता ने बताया कि बिजली की आवाजाही के कारण रात भर सो नहीं सकें। उपकेंद्र पर फोन करनेपर कोई सुनवाई नहीं होती।
राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग
बिजली इंजीनियरों ने भीषण गर्मी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है। इसको लेकर पीएम को पत्र लिखा गया है। अत्यधिक गर्मी की मौजूदा स्थिति में बिजली की तेजी से बढ़ती मांग को देखते हुए ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) ने मांग की है कि हीट वेव को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए। एआईपीईएफ के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने प्रधानमंत्री को मेल करके पत्र लिखा है। इसकी कापी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को भी भेज दी गई है। उनका कहना है कि उत्तर भारत में अत्यधिक गर्मी के कारण उत्तरी राज्यों में बिजली की मांग चरम पर है। 30 मई को उत्तरी क्षेत्र ने रिकॉर्ड मांग हासिल की, जो 86.7 गीगावॉट के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। इस महीने के दौरान, बिजली की अधिकतम मांग यूपी में 29000 मेगावाट, पंजाब में 14000 मेगावाट, हरियाणा में 12000 मेगावाट और दिल्ली में 8300 मेगावाट को पार कर गई।
भारत की बिजली की मांग नए रिकॉर्ड की ओर, बिजली की खपत 250 GW तक पहुंच गई। यह पिछले सितंबर, 2023 के 243.3GW के पिछले उच्चतम स्तर को पार कर गया है। बिजली की मांग ने बिजली मंत्रालय के सभी अनुमानों को तोड़ दिया है और आने वाले महीनों में इसके बढ़ने की संभावना है क्योंकि धान की बुआई जून, 2024 के मध्य से पूरे जोरों पर होगी।
प्रमुख सुझाव जो जारी किया गया है
- कार्यालय का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक बदल दिया जाए
- सभी वाणिज्यिक प्रतिष्ठान, मॉल, दुकानें आदि शाम 7 बजे बंद कर दिया जाए।
- उद्योग पर पीक लोड प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
- बिजली चोरी को एनएसए के तहत कवर किया जाए।
- राज्य की नीति के रूप में मुफ्त बिजली तुरंत बंद कर दी जानी चाहिए।
- राज्यों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पावर फैक्टर 0.95 के आसपास रखने के लिए उनके सबस्टेशन पर पर्याप्त कैपेसिटर बैंक काम कर रहे हों।
- ट्रांसफार्मर पर उसकी क्षमता का 75% से अधिक भार नहीं डाला जाएगा।
- सबस्टेशनों, डीटी आदि पर अर्थिंग सिस्टम की जांच की जाए और उसका अच्छे से रखरखाव किया जाए।
- पुराने कंडक्टर को नए कंडक्टर से बदला जाए।