सीकर के श्रीमाधोपुर कस्बे में एक हादसा हो गया। नगरपालिका की ओर से शहर के ब्रह्मचारी मोड़ पर स्वागत द्वार पर लेंटर बीम भरने का काम चल रहा था। इस दौरान निर्माणाधीन लेंटर टूटकर गिर गया। जिससे मलबे में 8 मजदूर दब गए। जिसमें से 5 को घायल हालत में अस्पताल प
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स्वागत द्वार के पास ही दुकान चलाने वाले सुमित ने बताया- ब्रह्मचारी मोड़ के पास नगरपालिका की ओर से 50 लाख रुपए की लागत से स्वागत द्वार बनाया जा रहा है। सुबह से यहां लेंटर बीम डालने का काम चल रहा था। इस दौरान सुबह 11:45 बजे तेज धमाके की आवाज आई। स्वागत द्वार का लेंटर नीचे आ गिरा। जिससे नीचे काम कर रहे 8 मजदूर दब गए।
मौके पर मौजूद लोगों ने फौरन बचाव कार्य शुरू किया और नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला। साथ ही पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना दी गई। मगर काफी देर तक एंबुलेंस के नहीं आने पर ठेकेदार की गाड़ी से लोगों को अस्पताल पहुंचाया।
इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने निर्माण कार्य में लापरवाही और सुरक्षा उपायों में कमी का आरोप लगाया है।
4 तस्वीरों में देखिए पूरा मामला….

श्रीमाधोपुर के ब्रह्मचारी मोड़ पर स्वागत द्वार का काम चल रहा था।

हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने मजदूरों को बाहर निकाला।

ठेकेदार की गाड़ी की मदद से अस्पताल पहुंचाया।

जेसीबी की मदद से मलबा हटाने का काम शुरू किया गया।
वाइब्रेट मशीन चलाने से टूटी बीम हादसे में बाल-बाल बचे घायल मजदूर रेवत सिंह ने बताया-लेंटर गिरते ही उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए भागना शुरू कर दिया। लेंटर भरने के दौरान वाइब्रेट मशीन चलाने से बीम टूटकर नीचे गिर गई।
एएसआई श्रीराम ने बताया- घटना में धोद के मौलासी निवासी मनोज कुमार मीणा (24), खेड़ी-जाजोद निवासी हरिसिंह जिंजवाड़या (42), मऊ निवासी हीर सिंह राजपूत (55), नांगल-भीम निवासी रोहिताश निठारवाल (33) और जयरामपुरा निवासी केशर सिंह राजपूत (35) शामिल हैं। घायलों में से मनोज, हरिसिंह और हीर सिंह को आगे के इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है।
50 लाख की लागत से बन रहा स्वागत द्वार बता दें कि श्रीमाधोपुर मं 50 लाख रुपए की लागत से स्वागत द्वार बनाया जा रहा है। यह कार्य पिछले कई दिनों से बंद भी रहा और स्वागत द्वार के साथ-साथ ब्रह्मचारी मोड़ से गुर्जर की थड़ी तक फोरलेन का कार्य भी चल रहा है। कई दिनों तक कार्य बंद होने के बाद हाल ही में स्वागत द्वार निर्माण कार्य शुरू किया गया था।
