नई दिल्ली22 मिनट पहले
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PM मोदी ने गुरुवार रात पुतिन को प्रधानमंत्री आवास में डिनर दिया।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार शाम दो दिन के भारत दौरे पर पहुंचे। उनके साथ 7 मंत्रियों का बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी आया है। मोदी और पुतिन के बीच आज दो अहम बैठकें होने वाली हैं। इनमें से एक बैठक बंद कमरे में होगी।
दोनों नेताओं की द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान भारत और रूस के बीच 25 से ज्यादा समझौतों पर मुहर लगेगी। पुतिन का आज सुबह 9 बजे राष्ट्रपति भवन में राजकीय स्वागत किया जाएगा। इसके बाद वे राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे।
सुबह 11 बजे हैदराबाद हाउस में भारत-रूस की 23वीं सालान समिट होगी। मोदी और पुतिन आज शाम बिजनेस फोरम को भी संबोधित करेंगे। रात में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पुतिन के सम्मान में स्टेट डिनर देंगी।
इससे पहले कल शाम प्रधानमंत्री मोदी खुद पुतिन को एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचे। दोनों नेताओं ने एक दूसरे को गले लगाया। मोदी और पुतिन एक ही गाड़ी में बैठकर एयरपोर्ट से प्रधानमंत्री आवास पहुंचे।
पुतिन के भारत दौरे से जुड़ीं 7 तस्वीरें…

रूसी राष्ट्रपति पुतिन, मोदी के साथ लोक कल्याण मार्ग स्थित पीएम आवास पहुंचे।

पीएम मोदी और पुतिन प्रधानमंत्री आवास पर मुस्कुराते दिखे। PM ने इसकी फोटोज शेयर कीं।

मोदी और पुतिन एक ही टोयोटा SUV में साथ सफर करते नजर आए। PM मोदी ने यह तस्वीर अपने एक्स अकाउंट पर शेयर की।

एयरपोर्ट से PM आवास के लिए निकलते समय राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री बातचीत करते नजर आए। दोनों ही मुस्कुराते दिखे।

रूसी राष्ट्रपति पुतिन का रेड कार्पेट बिछाकर स्वागत किया गया।

पीएम मोदी ने पुतिन को एयरपोर्ट पर रिसीव किया। इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे को गले लगाया।

PM मोदी और राष्ट्रपति पुतिन पालम हवाई अड्डे से एक ही कार में रवाना हुए।
रूस-भारत के बीच 9 अहम समझौते संभव

भारत को SU-57 जेट देने को तैयार रूस
रूस अपना Su-57 स्टेल्थ फाइटर जेट और उसकी तकनीक बिना शर्त के भारत को देने के लिए तैयार है। रूसी Su-57 जेट्स को अमेरिका के F-35 का तोड़ माना जाता है।
Su-57 की तरह F-35 भी 5वीं जेनरेशन का लड़ाकू विमान है। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह दुश्मन के रडार को चकमा दे सके।
रूस का कहना है कि Su-57 की तकनीक पर कोई रोक नहीं होगी। इसमें इंजन, रडार, स्टेल्थ तकनीक और आधुनिक हथियारों की जानकारी भी दी जा सकती है।
रूस ने यह भी कहा कि अगर भारत चाहे तो Su-57 को भारत में ही बनाया जा सकता है।रूस ने भारत को टू-सीटर Su-57 बनाने की जॉइंट प्लानिंग का भी प्रस्ताव दिया है

भारत और रूस में स्पेशल स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप
भारत और रूस के बीच ‘स्पेशल एंड प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप’ साझेदारी है। इसके तहत दोनों देश लंबे समय से एक-दूसरे से हथियार, तकनीक और रक्षा सहयोग करते आए हैं। इसी रिश्ते के तहत Su-57 और S-500 जैसे आधुनिक हथियारों पर बात आगे बढ़ाई जा सकती है।
भारतीय एयरफोर्स इस समय फाइटर जेट्स की कमी झेल रही है और उसके पास पहले से ही 200 से ज्यादा रूसी फाइटर जेट हैं। ऐसे में नेक्स्ट जेनरेशन के रूसी लड़ाकू विमान को अपनाना उसके लिए आसान होगा।
सूत्रों का कहना है कि Su-57 में इतनी लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें लगाई जा सकती हैं कि भारत की ताकत काफी बढ़ जाएगी। इसके अलावा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) पहले से ही रूसी विमानों की मरम्मत और देखभाल करती रही है, इसलिए Su-57 जैसे नए जेट की सर्विसिंग भी भारत में आसानी से हो सकेगी।
S-500 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को लेकर भी भारत की दिलचस्पी बढ़ी है, क्योंकि यह लंबी दूरी से आने वाली मिसाइलों और हाइपरसोनिक मिसाइलों को भी रोक सकता है।

