मुजफ्फरपुर शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक कल्याणी चौक-जवाहरलाल रोड पर रविवार की शाम जमकर हंगामा हुआ। मामूली कहासुनी ने ऐसा तूल पकड़ा कि पुलिस और पैरा कमांडो के बीच जमकर मारपीट हो गई। अफरा-तफरी के बीच एक सब्जी विक्रेता के पेट में चाकू लग गया, जबक
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करीब 50 मिनट तक चौक पर भगदड़, हंगामा और जाम की स्थिति बनी रही। मौके पर सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। दुकानदारों ने अपने-अपने शटर गिरा लिए और स्थानीय लोग वीडियो बनाते रहे। सूचना मिलते ही नगर एसडीपीओ सुरेश कुमार मौके पर पहुंचे। पुलिस बल के साथ स्थिति को काबू में किया। दोनों घायलों को सदर अस्पताल भेजा गया। बाद में सब्जी विक्रेता की गंभीर हालत को देखते हुए उसे एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया।
स्कूटी हटाने को लेकर शुरू हुआ विवाद
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रविवार शाम करीब 6 बजे जाम के बीच एक महिला सिपाही ने सड़क किनारे खड़ी स्कूटी के मालिक के बारे में पूछताछ शुरू की। उसी समय वहां खरीदारी कर रही मनीषा कुमारी, जो पैरा कमांडो की पत्नी हैं।
उनसे पूछा गया कि क्या यह स्कूटी उनकी है। उसने मना कर दिया। तभी दूसरा सिपाही आया और वही सवाल दोहराया। कुछ ही देर में तीसरा पुलिसकर्मी पहुंचा और फिर वही सवाल किया। इस पर मनीषा के पति दीपक कुमार (पैरा कमांडो) ने नाराजगी जताई।
छुट्टी में घर आया था
दीपक ने बताया कि मैंने सिर्फ इतना कहा कि बार-बार एक ही सवाल क्यों पूछा जा रहा है। इसी बात पर सिपाही मेरे साथ मारपीट करने लगे। फिर एक सिपाही ने मुझ पर चाकू से वार कर दिया, जिससे मेरी आंख के ऊपर गहरी चोट लग गई। बेगूसराय जिले के साहपुर गांव का रहने वाला हूं। वर्तमान में श्रीनगर में स्पेशल फोर्स में तैनात हैं। छुट्टी में घर आया था। अपने परिवार के साथ माधोपुर सुस्ता (मुजफ्फरपुर) में रह रहे हैं। रविवार को ही ट्रेन से शहर पहुंचे थे।
मैंने देश के लिए लड़ाई लड़ी, अब अपने ही शहर में मुझ पर वार हुआ। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से मुकाबला किया है। कभी सोचा नहीं था कि अपने ही शहर में पुलिस पर भरोसा करना इतना खतरनाक हो जाएगा।

जेल भेजने की धमकी दी गई
पत्नी मनीषा ने कहा कि पुलिसकर्मी ने मदद की जगह गाली दी। जेल भेजने की धमकी दी गई। पुलिस से अपने घायल पति को अस्पताल ले जाने की गुहार लगाई तो महिला सिपाही गाली-गलौज करने लगी। मैं रोती-गिड़गिड़ाती रही, लेकिन किसी पुलिसकर्मी ने मदद नहीं की।
सब्जी विक्रेता को बीच-बचाव करना पड़ा भारी
घटना के दौरान आसपास मौजूद सब्जी विक्रेता राजकुमार (काली मंदिर रोड निवासी) ने जब बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो उसे भी चाकू मार दिया गया। उन्होंने बताया कि मैं बस लोगों को शांत करने गया था, तभी पुलिस ने ही मेरे पेट में चाकू घोंप दिया। पहले सदर अस्पताल गया। जहां से डॉक्टरों ने एसकेएमसीएच रेफर कर दिया।
वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया
पहले से ही जाम और धक्का-मुक्की का माहौल था। कल्याणी चौक पर भारी ट्रैफिक जाम था। कई वाहन सड़कों पर अटके हुए थे। उसी बीच पुलिस और पैरा कमांडो में विवाद हुआ, जो धीरे-धीरे हिंसक झड़प में बदल गया। पहले कहासुनी हुई, फिर धक्का-मुक्की और अचानक लाठी-डंडे चलने लगे। लोग इधर-उधर भागने लगे। कुछ पुलिसकर्मी भी गिर पड़े।

विवाद जाम के दौरान बढ़ा, जांच जारी है
नगर एसडीपीओ सुरेश कुमार ने कहा कि शाम के वक्त इलाके में जाम लगा हुआ था। इसी दौरान स्कूटी हटाने के मुद्दे पर विवाद बढ़ गया। मामले की पूरी जांच की जा रही है। दोनों पक्षों से पूछताछ चल रही है। दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
